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    संविदा सफाई कर्मियों को मिलेगा 35-40 लाख रुपये का सुरक्षा बीमा, वाल्मीकि जयंती पर सीएम योगी ने दी खुशखबरी

    Updated: Tue, 07 Oct 2025 02:54 PM (IST)

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाल्मीकि जयंती पर वाल्मीकि समाज को सुरक्षा का आश्वासन दिया और संविदा सफाई कर्मियों के लिए नई घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि का अपमान भगवान राम का अपमान है। योगी ने विपक्ष पर जातिवाद की राजनीति करने का आरोप लगाया और वाल्मीकि समाज से बच्चों को शिक्षित करने की अपील की।

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    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संविदा सफाई कर्मियों को दी खुशखबरी।- फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाल्मीकि जयंती के मौके पर वाल्मीकि समाज के लोगों से कहा कि आपकी सुरक्षा समाज की सुरक्षा है। आपका सम्मान भगवान वाल्मीकि की विरासत का सम्मान है। उन्होंने संविदा सफाई कर्मियों को खुशखबरी देते हुए कहा कि अब आउटसोर्सिंग कंपनियां नहीं, बल्कि सरकार का कारपोरेशन सीधे आपके बैंक खाते में पैसा देगा। दुर्भाग्य से यदि किसी सफाई कर्मचारी के साथ दुर्घटना हो जाती है तो उनके परिवार को 35-40 लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके लिए बैंकों से बात करेंगे। प्रदेश के 80 हजार होमगार्ड को यह सुरक्षा कवर दिया जा रहा है।

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    इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर महासभा ट्रस्ट द्वारा आयोजित महर्षि वाल्मीकि प्रकट दिवस समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि वाल्मीकि ने रामायण में यह भी बताया कि राम ही साक्षात धर्म हैं। मानव समाज भगवान वाल्मीकि का कृतज्ञ है। उन्होंने अपील की कि महर्षि वाल्मीकि का चित्र हर घर में होना चाहिए। भारत के देवतुल्य ऋषियों की परंपरा ने सभी कालखंड में समाज का मार्गदर्शन किया है। रामायण कालखंड में महर्षि वाल्मीकि, महाभारत के समय महर्षि वेदव्यास, मध्यकाल में सद्गुरु रविदास और आजादी की लड़ाई के समय बाबा साहेब ने समाज का मार्गदर्शन किया।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग श्रीराम को गाली देते हैं, वे भगवान वाल्मीकि का अपमान करते हैं। भगवान वाल्मीकि का अपमान करने वाले भगवान राम का भी अपमान करते हैं। उन्होंने वोटबैंक के नाम पर जाति का सहारा लेने वालों पर हमला किया। कहा कि वर्ष 2012 में जब सपा सरकार आई थी तब सामाजिक न्याय के पुरोधाओं के स्मारक को तोड़ने की धमकी दी गई थी। उस समय भाजपा ने कहा था कि इन स्मारकों को तोड़ने वालों को प्रदेश की जनता तोड़कर रख देगी। सपा के मुख्यमंत्री ने कन्नौज मेडिकल कालेज से बाबा साहेब का नाम हटा दिया था। लखनऊ का भाषा विश्वविद्यालय मान्यवर कांशीराम के नाम पर था, उसे भी सपा ने बदल दिया। इनके दोहरे चेहरे हैं। यह हर कार्य वोटबैंक की दृष्टि से देखते हैं।

    योगी ने कहा कि विपक्षी कहते थे कि राम-कृष्ण हुए ही नहीं हैँ। इन्होंने महर्षि वाल्मीकि के प्रकट उत्सव पर प्रश्नचिह्न खड़ा किया। भगवान श्रीकृष्ण के अवतार को प्रश्नचिह्न के घेरे में रखने के साथ महर्षि व्यास को भी घेरे में रख दिया। अयोध्या एयरपोर्ट का नामकरण महर्षि वाल्मीकि के नाम पर किया, तब भी सपा ने विरोध किया। मुख्यमंत्री ने वाल्मीकि समाज से कहा कि बच्चों को पढ़ाइए, स्कूल भेजिए। वे योग्य होंगे तो समाज में नेतृत्व प्रदान करेंगे। कोई भी कार्य छोटा या बड़ा नहीं होता है। परिवार के अभिभावक के रूप में मां बच्चे की गंदगी साफ करती है। आप समाज में उसी भूमिका में रहते हैं।

    इससे पहले विधान परिषद सदस्य लालजी प्रसाद निर्मल ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, राज्य सभा सदस्य डा. दिनेश शर्मा, बृजलाल, सांसद अनूप प्रधान ''वाल्मीकि'', पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, महापौर सुषमा खर्कवाल व विधायक ओपी श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।

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