Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कहां है आपकी बस? मोबाइल पर ही मिल जाएगी पूरी जानकारी, यूपी में नई व्यवस्था होने वाली है शुरू

    Updated: Fri, 07 Nov 2025 08:36 PM (IST)

    नगरीय परिवहन निदेशालय ई-सिटी बसों के समय की जानकारी के लिए 'ई-सिटी बस यूपी' एप लॉन्च करेगा। वरिष्ठ नागरिक और छात्र मासिक पास के लिए आवेदन कर सकेंगे। 15 शहरों में बसों की समय-सारणी हर 15 मिनट पर निर्धारित होगी। एसबीआई के साथ नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) का समझौता हुआ है, जिससे सिटी बस, मेट्रो में टिकट खरीद सकेंगे और 10% छूट मिलेगी।

    Hero Image

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। नगरीय परिवहन निदेशालय ई-सिटी बसों के आने-जाने के समय की वास्तविक जानकारी देने के लिए जल्द ही ई-सिटी बस यूपी एप लांच करेगा। वरिष्ठ नागरिक, छात्र और सामान्य नागरिक इस एप से मासिक पास के आवेदन भी कर सकेंगे। निदेशालय इस एप का फील्ड ट्रायल कर रहा है। नगरीय परिवहन निदेशालय के निदेशक महेंद्र बहादुर सिंह ने 15 शहरों में सिटी बसों के संचालन की समीक्षा बैठक में ये जानकारी दी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    निदेशक नगरीय परिवहन ने लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, मेरठ, आगरा, मथुरा-वृंदावन, कानपुर, प्रयागराज, मुरादाबाद, अलीगढ़, शाहजहांपुर, बरेली, गाजियाबाद, अयोध्या, झांसी के सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशकों और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को नगर निगम सीमा में चल रही बसों की समय-सारणी हर 15 मिनट के अंतराल पर निर्धारित करने के निर्देश दिए। जिससे यात्रियों को बसों का इंतजार न करना पड़े। उन्होंने समय-सारणी में बदलाव की जानकारी मीडिया को भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, जिससे अधिकतम लोगों तक इसकी जानकारी पहुंच सके।

    उन्होंने ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और नगरीय परिवहन निदेशालय के बीच नेशनल कामन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) के लिए समझौता हो चुका है। यह कार्ड भी जल्द लांच किया जाएगा। इसका उपयोग सिटी बस, मेट्रो और अन्य परिवहन माध्यमों में टिकट खरीदने के लिए हो सकेगा।

    इस कार्ड को किसी भी पीओएस (पाइंट आफ सेल) मशीन पर भी प्रयोग किया जा सकेगा। कार्ड से सिटी बस में यात्रा करने पर यात्रियों को दस फीसदी की छूट मिलेगी। उन्होंने क्षेत्रीय प्रबंधकों और प्रबंध निदेशकों से कहा कि शहरी क्षेत्रों में नागरिकों की सुविधा के लिए बस स्टाप पीपीपी (सार्वजनिक निजी भागीदारी) मोड पर विकसित करने के लिए नगर आयुक्तों के साथ बातचीत करें। जिससे यात्रियों को स्वच्छ, सुरक्षित और आधुनिक बस स्टाप की सुविधा मिल सके।