UP News: शराब से कमाई करने में लक्ष्य के पीछे रहा विभाग, आबकारी की छापेमारी में हुआ कई खुलासा
लखनऊ में आबकारी विभाग शराब से राजस्व के लक्ष्य से 1062.38 करोड़ रुपये पीछे है। विभाग ने अवैध शराब पर सख्ती करते हुए कई मुकदमे दर्ज किए और तस्करों को गिरफ्तार किया। राजस्व बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। नई नीति के तहत दुकानों का आवंटन ई-लॉटरी से किया गया है जिससे सरकार को 3754.43 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। आबकारी विभाग शराब से होने वाली कमाई के लक्ष्य से 1062.38 करोड़ रुपये पीछे रहा है। नई शराब नीति के तहत सरकार ने आबकारी विभाग को अगस्त माह तक 23,400 करोड़ रुपये की कमाई का लक्ष्य दिया था, इसके सापेक्ष 22,337.62 करोड़ रुपये का लक्ष्य ही आबकारी विभाग प्राप्त कर सका है।
लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आबकारी विभाग ने अवैध शराब के कारोबार पर लगाम लगाने के लिए अब तक 1,587 मुकदमे दर्ज कर 38,09 लीटर शराब जब्त की है और 1,995 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
आबकारी एवं मद्यनिषेध राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल ने बताया कि शराब से कमाई बढ़ाने के लिए अगस्त में 10,503 मुकदमे दर्ज कर लगभग 2.69 लाख लीटर अवैध शराब बरामद की गई और 351 तस्करों को जेल भेजा गया।
साथ ही अवैध मदिरा की तस्करी में लिप्त 23 वाहनों को जब्त किया गया है। उन्होंने बताया कि अवैध शराब के निर्माण, बिक्री एवं तस्करी पर रोक लगाने के लिए प्रदेश में दिनांक 28 अगस्त से छह सितंबर तक 10 दिवसीय विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है।
आबकारी मंत्री ने बताया कि अगस्त माह में सरकार को शराब से 3754.43 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। सरकार ने नई नीति के तहत चालू वित्तीय वर्ष में 63,000 करोड़ रुपये के राजस्व संग्रह का लक्ष्य आबकारी विभाग को दिया है।
इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नई नीति में पहली बार शराब की दुकानों का आवंटन ई-लाटरी के माध्यम से किया गया था। साथ ही राज्य में पहली बार शराब की कंपोजिट दुकानें खोली गई हैं। इन दुकानों में अंग्रेजी व विदेशी शराब के साथ-साथ बीयर व वाइन की भी बिक्री की जा रही है।
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