खाद की कोई कमी नहीं, किसानों को जोत के अनुसार उपलब्ध कराई जा रही- कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा है कि प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है। किसानों को उनकी जोत के अनुसार खाद उपलब्ध कराई जा रही है। रबी सीजन 2025-26 के लिए उर्वरकों की पर्याप्त व्यवस्था है। किसानों से खाद वितरण केंद्रों पर भीड़ न लगाने की अपील की गई है। सहकारी समितियों के माध्यम से भी खाद का वितरण किया जा रहा है।
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राज्य ब्यूरो, लखनऊ। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने रविवार को विभागीय अधिकारियों के साथ प्रदेश में उर्वरक (खाद) की उपलब्धता की समीक्षा की और किसानों को भरोसा दिलाया कि पूरे प्रदेश में खाद पर्याप्त मात्रा में मौजूद है। हर किसान को उसकी जोत के अनुसार खाद उपलब्ध कराई जा रही है, इसलिए घबराने या भीड़ लगाने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने किसानों से अपील की कि खाद वितरण केंद्रों और समितियों पर पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है, इसलिए एक साथ भीड़ न लगाएं। वे अपनी सुविधा अनुसार नजदीकी समिति या अधिकृत प्राइवेट विक्रेता से खाद प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि रबी 2025-26 सीजन के लिए प्रदेश में उर्वरकों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। एमएफएमएस पोर्टल के अनुसार, दो नवंबर तक प्रदेश में कुल 35.68 लाख मीट्रिक टन खाद प्राप्त हो चुकी है, जिनमें से 9.77 लाख मीट्रिक टन की बिक्री की जा चुकी है। इस तरह 25.91 लाख मीट्रिक टन उर्वरक का भंडार किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए उपलब्ध है। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 1.59 लाख मीट्रिक टन अधिक है।
उर्वरकों की उपलब्धता और वितरण पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। इस समय 4.35 लाख मीट्रिक टन डीएपी उपलब्ध है, जो पिछले वर्ष से 1.94 लाख मीट्रिक टन अधिक है। इसी तरह एनपीके 4.80 लाख मीट्रिक टन है, जो पिछले साल से 2.60 लाख मीट्रिक टन अधिक है।
इसके अलावा यूरिया की उपलब्धता 12.71 लाख मीट्रिक टन, एसएसपी 3.03 लाख मीट्रिक टन और एमओपी 1.02 लाख मीट्रिक टन है। सहकारी समितियों के पास भी पर्याप्त स्टाक मौजूद है। 5.27 लाख मीट्रिक टन यूरिया, 1.80 लाख मीट्रिक टन डीएपी और 1.13 लाख मीट्रिक टन एनपीके समितियों के माध्यम से किसानों को वितरित किए जा रहे हैं।

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