रायबरेली में हाईस्कूल पास युवक बन गया शिक्षक, पांच साल से जिले में था तैनात-ऐसे खुला राज
फीरोजाबाद जिले के सिरसागंज थानांतर्गत जायमई निवासी अजय कुमार उर्फ फौजी ने बीएसए को शिकायती पत्र भेजा है। प्राथमिक विद्यालय रालपुर में सहायक अध्यापक पद पर तैनात नवीन नीरज पुत्र रामजीत निवासी ग्राम आमौर पर फर्जी दस्तावेज लगाने का आरोप लगाया है।

रायबरेली, जागरण संवाददाता। बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी पाने का एक और मामला उजागर हुआ है। सरेनी शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय में तैनात एक शिक्षक पर फर्जी दस्तावेज लगाने का आरोप लगा है। शिकायतकर्ता का दावा है कि आरोपित शिक्षक महज हाईस्कूल पास है। बीएसए ने वेतन रोकते हुए जवाब तलब किया है।
फीरोजाबाद जिले के सिरसागंज थानांतर्गत जायमई निवासी अजय कुमार उर्फ फौजी ने बीएसए को शिकायती पत्र भेजा है। प्राथमिक विद्यालय रालपुर में सहायक अध्यापक पद पर तैनात नवीन नीरज पुत्र रामजीत निवासी ग्राम आमौर पर फर्जी दस्तावेज लगाने का आरोप लगाया है। शिकायती पत्र में लिखा है कि उक्त शिक्षक वास्तव में नवीन नीरज नहीं, बल्कि शिवकुमार उर्फ भोला पुत्र केशव सिंह निवासी जायमई है। उसने नवीन के शैक्षिक दस्तावेजों के आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी हासिल कर ली।
शिक्षा विभाग में मची खलबली
पिछले करीब पांच साल पूर्व नियुक्ति हुई है, जबकि उसकी वास्तविक शैक्षिक योग्यता केवल दसवीं है। शिकायती पत्र मिलने के बाद शिक्षा विभाग में खलबली मच गई। बीएसए आनंद प्रकाश शर्मा का कहना है कि शिकायत काफी गंभीर है। संबंधित शिक्षक को नोटिस देते हुए वेतन रोक दिया गया है। साथ ही जांच के आदेश दे दिए गए हैं। ब्लाक स्तर पर इस तरह शिक्षकों को छूट देने का आरोप सही मिलता है तो संबंधित के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।