जेल से रंगदारी मांगने के मामले में अधिकारियों की निगरानी में होगी जांच, लापरवाही बरतने पर होगी सख्त कार्रवाई
जेल से रंगदारी मांगने के मामलों की जांच अब अधिकारियों की निगरानी में होगी। जेलों में रंगदारी के मामलों पर नियंत्रण रखने के लिए यह कदम उठाया गया है। जांच में लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जेल अधिकारी अपनी निगरानी में कराएं चेकिंग।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। ललितपुर जेल से रंगदारी मांगे जाने का मामला सामने आने के बाद डीजी जेल पीसी मीणा ने अधिकारियों को अपनी निगरानी में और प्रभावी चेकिंग कराए जाने का निर्देश दिया है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जेलों की सुरक्षा-व्यवस्था की समीक्षा की। कहा कि किसी भी प्रकार की अनियमितता व लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कहीं कोई गड़बड़ी सामने आने पर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जेलों में प्रतिबंधित वस्तुओं की रोकथाम के लिए विशेष सतर्कता बरती जाए। बंदियों की नियमित रूप से तलाशी कराई जाए। जेल अधीक्षक नियमित रूप से बंदियों से संवाद स्थापित करें और उनकी समस्याओं की भी जानकारी लें। सीसीटीवी कंट्रोल रूम से प्रभावी निगरानी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कारागारों में चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की।
ललितपुर जेल में विचाराधीन बंदी ज्ञानेंद्र ढाका के जेल के भीतर से रंगदारी मांगने का मामला सामने आने के बाद जेल की सुरक्षा प्रणाली पर सवाल उठे थे। बंदी ज्ञानेंद्र के कब्जे से मोबाइल व सिम बरामद हुआ था।
मामले में लापरवाही के दोषी ललितपुर जिला कारागार के जेलर जीवन सिंह, डिप्टी जेलर प्रिंस बाबू व जेल वार्डर आकाश कुशवाहा को निलंबित कर विभागीय जांच शुरू की गई है।

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