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    Lucknow News : लखनऊ में उज्बेकिस्तान की लोला कायूमोवा के बाद थाईलैंड की थोंगफुन चायफा ने फैला दी सनसनी

    Updated: Sat, 23 Aug 2025 05:39 PM (IST)

    Illegal Activities of Foreigners in Lucknow थाईलैंड की थोंगफुन चायाफा भारत से भागने के प्रयास में शुक्रवार को पकड़ी गई और उसको जेल भेजा गया है। उसको लखनऊ में अवैध तरीके से रखने के आरोपित जसविंदर सिंह से पुलिस पूछताछ कर रही है। जसविंदर पर ही थोंगफुन चायाफा के फर्जी नाम से पासपोर्ट बनवाने का आरोप है।

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    थाईलैंड की थोंगफुन चायाफा, लखनऊ में अवैध तरीके से रखने के आरोपित जसविंदर सिंह

    जागरण संवाददाता, लखनऊ : राजधानी लखनऊ उज्बेकिस्तान की लोला कायूमोवा के बाद थाईलैंड की थोंगफुन चायाफा के कारण चर्चा में है। दोनों विदेशी महिलाएं अवैध तरीके से लखनऊ में रह रही थीं और इनके पास तमाम भारतीय दस्तावेज मिले हैं।

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    उज्बेकिस्तान की लोला कायूमोवा लखनऊ में अनैतिक व्यापार को बढ़ाने के बाद फरार है तो थाईलैंड की थोंगफुन चायाफा भारत से भागने के प्रयास में शुक्रवार को पकड़ी गई और उसको जेल भेजा गया है। उसको लखनऊ में अवैध तरीके से रखने के आरोपित जसविंदर सिंह से पुलिस पूछताछ कर रही है। जसविंदर पर ही थोंगफुन चायाफा के फर्जी नाम से पासपोर्ट बनवाने का आरोप है।

    थोंगफुन चायाफा भारत में ब्लैकलिस्टेड

    थोंगफुन चायाफा को एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन में तीन फर्जी पासपोर्ट के साथ पकड़ा गया। अब पुलिस उनसे जुड़े अन्य तीनों के तार खंगाल रही है, जिससे पता लगाया जा सके कि पासपोर्ट में लगने वाली पुलिस रिपोर्ट किसने लगाई थी। इंस्पेक्टर सरोजनीनगर राजदेव प्रजापति ने बताया कि थोंगफुन चायाफा भारत में ब्लैकलिस्टेड है। उसने फर्जी पासपोर्ट बनवा रखे हैं।

    मार्च 2025 में एग्जिट परमिट पर भारत से वापस भेजा गया

    वह फर्जी पासपोर्ट से भारत आई थी और उसको मार्च 2025 में एग्जिट परमिट पर भारत से वापस भेजा गया था। इसके बाद वह फर्जी पासपोर्ट से फिर भारत आ गई। लखनऊ के जसविंदर सिंह ने अपने साथियों की मदद से महिला के लिए फर्जी पासपोर्ट बनवाए थे। 20 अगस्त को इमिग्रेशन और खुफिया विभाग ने आरोपित जसविंदर और महिला को पकड़कर सरोजनीनगर पुलिस को सौंपा था। पुलिस ने दोनों से पूछताछ के बाद जाने दिया। महिला 21 अगस्त को फिर से एयरपोर्ट पहुंची। ऐसे में इमिग्रेशन अधिकारियों ने उसे दोबारा पकड़ कर थाने भेज दिया। पुलिस के मुताबिक जसविंदर सिंह ने फर्जी पासपोर्ट खेल में अहम भूमिका निभाई। आरोप है कि उसने अपने सहयोगियों नवेंदु मित्तल और शुवेंदु निगम की मदद से महिला के लिए कई फर्जी पासपोर्ट बनवाए और उसे लखनऊ में अपने घर में छिपाकर रखा था।

    ब्लैकलिस्टेड विदेशी महिला को थाने से छोड़ा

    थाईलैंड की थोंगफुन चायाफा फर्जी पासपोर्ट की मदद से सरोजनीनगर में कई दिनों थी। इंटेलिजेंस की सूचना पर सरोजनीनगर पुलिस ने गुरुवार को विदेशी महिला और उसके दोस्त जसविंदर सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया और थाने से छोड़ दिया। वहां से निकलने के बाद महिला गुरुवार को बैंकाक भागने वाली थी, लेकिन इमिग्रेशन के अधिकारियों ने फिर से उसे पकड़ लिया। इस बार असिस्टेंट फारेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन आफिसर गौतम हंस श्रीवास्तव ने विदेशी महिला और उसके प्रेमी समेत अन्य पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। श्रीवास्तव ने बताया कि गुरुवार को इमिग्रेशन अधिकारियों ने विदेशी महिला यात्री थोंगफुन चायाफा को पकड़ा। जांच में उसका पासपोर्ट फर्जी निकला। उसका नाम तक नकली था। वह थाईलैंड जाने के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट में सवार होने का प्रयास कर रही थी। दस्तावेजों की जांच के दौरान पाया गया कि वह बीते वर्ष 29 जुलाई को लखनऊ आई थी। उस पासपोर्ट में उसका नाम थोंगफुन चायाफा दर्ज था। वीजा उल्लंघन के चलते 17 मार्च 2025 को एग्जिट परमिट के आधार पर उसे ब्लैकलिस्ट किया गया था। जांच में सामने आया कि महिला को बाद में सरोजनीनगर निवासी दोस्त जसविंदर सिंह ने नकली पासपोर्ट बनवाने में मदद की, जिसमें उसका नाम डैरिन चोखथानपाट दर्ज था। इसके बाद वह बीती 31 जुलाई को रक्सौल आईसीपी (नेपाल) से भारत में अवैध रूप से दाखिल हो गई। जसविंदर सिंह के सरोजनीनगर में हाउसिंग सोसाइटी में चोरी से रह रही थी। जानकारी मिलने पर एफआरआरओ की टीम ने मामले की जानकारी इंटेलिजेंस को दी थी।

    बुधवार को सरोजनीनगर पुलिस ने बुलाया

    विदेशी महिला और जसविंदर सिंह को बुधवार को सरोजनीनगर पुलिस ने बुलाया। बिना मुकदमा दर्ज किए ही पूछताछ कर उन्हें छोड़ दिया गया। वहां से निकलने के बाद जसविंदर ने उसकी वापसी की टिकट तक करवा दी थी, जिसकी मदद से वह भागने वाली थी। हालांकि इमिग्रेशन पर वह पकड़ ली गई। इस मामले में पुलिस उपायुक्त दक्षिणी निपुण अग्रवाल ने बताया कि सभी तथ्यों की जांच की जा रही है। सच्चाई पाए जाने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

    पासपोर्ट बनवाने के लिए खर्च किए लाखों रुपये

    पुलिस सूत्रों ने बताया कि जसविंदर ने नवीनेंदु मित्तल और शुभेंदु निगम की मदद से महिला का फर्जी पासपोर्ट और वीजा बनवाया था। उनकी मदद से पहले भी कई बार पासपोर्ट बनवा चुका है। मुकदमे में इन लोगों को भी नामजद किया गया था।

    उज्बेकिस्तान की लोला कायूमोवा

    इससे पहले पुलिस ने ओमेक्स आर1 में अनैतिक गतिविधियों की सूचना पर छापा मारा तो विदेशी महिलाएं के बारे में जानकारी मिली, जिनको स्थानीय कैब में शहर भर में घुमाया जाता था और रात में गायब हो जाती थीं। लखनऊ में अनैतिक काम का व्यापक विस्तार दे चुकी उज्बेकिस्तान की लोला कायूमोवा ने अपने देश का कई महिलाओं को इस धंधे में धकेला। उनके वैध कागजों वीजा एवं पासपोर्ट को अपने कब्जे में लेकर इशारों पर नचाया। आधार कार्ड और मैरिज सर्टिफिकेट की मदद से लखनऊ पुलिस को भी झांसा दिया और पॉश एरिया ओमेक्स आर1 में करीब 20 हजार रुपया महीने पर किराए पर फ्लैट लिया।