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    यूपी में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में 4 करोड़ लोगों ने खाई 'दवाई'; पिछली बार से 86% ज्यादा

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 10:22 PM (IST)

    स्वास्थ्य विभाग ने 27 जिलों में एमडीए अभियान के दौरान 3.96 करोड़ लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाई। यह पिछली बार से 4% ज्यादा है। 86% उन लोगों को भी दवा दी गई जिन्होंने पहले मना किया था। कानपुर देहात समेत कई जिलों ने 89% से अधिक कवरेज हासिल की। जागरूकता अभियान के कारण दवा खाने से इनकार करने वालों में से 86% को दवा खिलाई जा सकी।

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    फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में रिकार्ड 3.96 करोड़ लोगों ने खाई दवा।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के 27 जिलों में चले सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान में रिकार्ड 3.96 करोड़ (88 प्रतिशत) लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा का खिलाने में सफलता पाई है। ये पिछली बार से चार प्रतिशत ज्यादा है।

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    अगस्त 2024 में चले अभियान में 84 प्रतिशत लोगों ने दवा खाई थी। इस बार 86 प्रतिशत ऐसे लोगों को भी दवा खिलाने में सफलता मिली है, जिन्होंने पिछले अभियान में दवा खाने से मना कर दिया था।

    प्रदेश के 27 जिलों के 195 ब्लाक में 10 अगस्त से 4 सितंबर तक चले एमडीए अभियान में लगभग साढ़े चार करोड़ लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने का लक्ष्य तय किया गया था। इसमें कानपुर देहात, सीतापुर, चंदौली, औरेया, श्रावस्ती, सुलतानपुर और फर्रुखाबाद में 89 प्रतिशत से अधिक लोगों ने फाइलेरिया रोधी दवा खाई।

    रायबरेली, कौशांबी, बलरामपुर, महराजगंज, देवरिया, गोंडा, बस्ती और गाजीपुर ने 88 प्रतिशत, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, हरदोई, खीरी, गोरखपुर, बहराइच, कन्नौज, मिर्जापुर में लगभग 87 प्रतिशत लोगों को दवा खिलाई गई।

    अगस्त 2024 के अभियान में दवा खाने से इनकार करने वालाें और वर्तमान अभियान के दौरान अनुपस्थित रहे लोगों को लक्ष्य बनाकर जागरूक किया गया। जिससे लगभग 86 प्रतिशत लोगों को दवा खिलाने में सफलता हासिल की गई।

    अपर निदेशक मलेरिया डा़ एके चौधरी ने बताया कि 27 जिलों में कुल 6,74,943 लोगों ने दवा खाने से मना किया था। इनमें से 5,78,878 को अभियान के दौरान दवा खिलाने में सफलता मिली है।

    देवरिया में 10789 लोगों ने दवा खाने से मना किया था। यहां 100 फीसदी दवा खिलाने में सफलता मिली। श्रावस्ती, फर्रुखाबाद, रायबरेली, गोंडा, गाजीपुर, हरदोई, गोरखपुर व मिर्जापुर में 90 प्रतिशत से अधिक मना करने वालों को दवा खिलाई गई।