UP News: ई-बसों के लिए नगर निगमों में बनेंगे दो-दो अतिरिक्त चार्जिंग स्टेशन, जमीन उपलब्ध कराने के निर्देश
लखनऊ में नगरीय परिवहन निदेशालय ने बसों की संचालन क्षमता बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। 15 नगर निगमों में ई-बसों के लिए अतिरिक्त चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे ताकि बसें नगर निगम सीमा के अंदर ही चल सकें और लोगों को 15 मिनट के अंतराल पर बस मिल सके।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। ई-बसों के लिए 15 नगर निगमों में दो-दो अतिरिक्त चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके लिए नगर निगम प्रशासन को जमीन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश के 15 नगरों में संचालित नगरीय परिवहन सेवाओं की वर्चुअल समीक्षा बैठक में शुक्रवार को निदेशक महेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि अतिरिक्त चार्जिंग स्टेशन से बसों की संचालन क्षमता बढ़ जाएगी।उन्होंने केवल नगर निगम सीमा के अंदर ही बसें चलाने के लिए कहा। जिससे नगरवासियों को 15 मिनट के अंतराल पर बस मिल सकें।
निदेशक ने सभी नगर निगमों के नगर आयुक्त/अपर नगर आयुक्त, मंडलायुक्त के नामित प्रतिनिधियों, सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के पदाधिकारियों से कहा कि लखनऊ व कानपुर के नगर निगमों को छोड़कर बाकी जगह बसों को चार्जिंग के लिए डिपो ले जाना पड़ता है। यदि अतिरिक्त चार्जिंग स्टेशन बनेंगे तो बसों की संचालन क्षमता बढ़ जाएगी। ई-बस एक बार चार्जिंग में 120 से 125 किलोमीटर ही चलती हैं। लंबी दूरी तक चलने के कारण यदि उनकी बैटरी जल्दी डिस्चार्ज हो जाए तो बसों को बीच रास्ते में चार्ज करने की जरूरत पड़ती है। इसके लिए ही सरकार ने नगर निगमोें में अवसर आधारित चार्जिंग स्टेशन (अपार्च्यूनिटी चार्जिंग स्टेशन) बनाने के निर्देश दिए हैं।इसके लिए नगर निगम से जमीन उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।
एक चार्जिंग स्टेशन के लिए न्यूनतम 500 स्क्वायर मीटर और अधिकतम एक हजार स्क्वायर मीटर जगह चाहिए। इससे बसों की संचालन क्षमता बढ़ जाएगी। निदेशक ने बैठक में कहा कि बसों के मार्गों पर उपयुक्त स्थानों का चयन कर जल्द से जल्द माडल बस स्टाप बनाएं जाएं। इसके लिए प्रत्येक नगर में आयुक्त की अध्यक्षता में एक संयुक्त समिति गठित की जाएगी। उन्होंने कहा कि आने वाले त्योहारों के दौरान जनता को बेहतर परिवहन सेवा उपलब्ध कराई जाए। अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को शासन स्तर पर प्रोत्साहित किया जाएगा।
वर्चुअल बैठक में लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, मेरठ, आगरा, मथुरा-वृंदावन, कानपुर, प्रयागराज, मुरादाबाद, अलीगढ़, शाहजहांपुर, बरेली, गाजियाबाद, अयोध्या एवं झांसी के नगर आयुक्त/अपर नगर आयुक्त, मंडलायुक्त के नामित प्रतिनिधि, सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी मौजूद थे।
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