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    आपका नाम है मतदाता सूची में? यूपी में वोटर लिस्ट में होने जा रहा बड़ा बदलाव, जानें पूरी डिटेल!

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 09:46 PM (IST)

    लखनऊ से भारत निर्वाचन आयोग विधान परिषद के आगामी चुनावों के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान शुरू करने जा रहा है। यह अभियान 30 सितंबर से शुरू होगा जिसमें शिक्षक और स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों की सीटें शामिल हैं। अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 30 दिसंबर को किया जाएगा। विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों के लिए पात्रता मानदंड भी निर्धारित किए गए हैं।

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    शिक्षक व स्नातक एमएलसी सीटों के लिए मतदाता पुनरीक्षण अभियान 30 से।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। भारत निर्वाचन आयोग विधान परिषद में अगले वर्ष छह दिसंबर को रिक्त होने वाली छह शिक्षक व पांच स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान 30 सितंबर से शुरू करने जा रहा है।

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    मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने शुक्रवार को मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम जारी कर दिया है। अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 30 दिसंबर को किया जाएगा।

    विधान परिषद में पांच स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की सीटें रिक्त हो रही हैं। इनमें लखनऊ, वाराणसी, आगरा, मेरठ व इलाहाबाद-झांसी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं। शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की छह सीटें रिक्त हो रही हैं। इनमें लखनऊ, वाराणसी, आगरा, मेरठ, बरेली-मुरादाबाद और गोरखपुर-फैजाबाद शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र शामिल है।

    इन सीटों की मतदाता सूची के पुनरीक्षण के लिए नोटिस 30 सितंबर को जारी होगा। 15 अक्टूबर को समाचार पत्रों में नोटिस का पहला प्रकाशन होगा। फार्म 18 या 19 में आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि छह नवंबर है। मतदाता सूची का प्रकाशन 25 नवंबर को किया जाएगा।

    मतदाता सूची पर दावे और आपत्तियां 10 दिसंबर तक ली जाएंगी। 25 दिसंबर तक दावे व आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। 30 दिसंबर को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा।

    स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव के लिए मतदाता सूची में नाम शामिल कराने के लिए एक नवंबर 2025 से कम से कम तीन वर्ष पूर्व स्नातक पास होना जरूरी है। वहीं, शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची में नाम शामिल कराने के लिए एक नवंबर 2025 से तत्काल पहले ऐसे शैक्षणिक संस्थान जिसका स्तर माध्यमिक विद्यालय से कम न हो, में विगत छह वर्षों के भीतर शिक्षण कार्य में न्यूनतम तीन वर्ष की अवधि से कार्यरत हो। रिक्त होने वाली 11 सीटों में से छह भाजपा, तीन सपा, एक शिक्षक दल व एक निर्दलीय के पास हैं।