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    मुख्तार का करीबी शादाब उर्फ डंपी लखनऊ एयरपोर्ट से गिरफ्तार, मनी लॉन्‍ड‍्रि‍ंग के आरोप में ED की टीम करेगी पूछताछ

    Updated: Fri, 24 Oct 2025 10:10 PM (IST)

    माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी शादाब उर्फ डंपी को लखनऊ एयरपोर्ट पर ईडी ने हिरासत में लिया। वह मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में 2022 से फरार था। ईडी ने उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था। डंपी मुख्तार की कंस्ट्रक्शन कंपनियों में हेरफेर और बीएसएनएल डीजल घोटाले में शामिल था। अदालत ने उसे 3 नवंबर तक जेल भेज दिया है।

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    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। माफिया मुख्तार अंसारी का करीबी शादाब उर्फ डंपी को लखनऊ एयरपोर्ट से इमीग्रेशन (अप्रवासन) की टीम ने हिरासत में लेकर ईडी को सौंप दिया है। वह वर्ष 2022 से फरार चल रहा था। प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लांड्रिंग के मामले में उसके विरुद्ध गैर जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी किया था। नतीजतन पिछले बुधवार को दुबई से मुंबई और वहां से लखनऊ पहुंचने पर उसे इमीग्रेशन की टीम ने मौके पर ही हिरासत में ले लिया। ईडी ने उसे अदालत में पेश किया, जहां से तीन नवंबर तक उसे जेल भेज दिया गया है।

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    ईडी की टीम मुख्तार की कंस्ट्रक्शन कंपनी में किए गए करोड़ों रुपये के हेरफेर की जांच कर रही है, लेकिन वह ईडी की जांच में शामिल नहीं हुआ था और वर्ष 2022 में दुबई भाग गया था। इसके बाद ईडी की मांग पर अदालत ने उसके विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी किया था। सूत्रों के मुताबिक गाजीपुर का रहने वाला डंपी मुख्तार की विकास कांस्ट्रक्शन, आगाज और दो अन्य कंपनियों का काम देखता था। ईडी ने जांच में शामिल होने के लिए उसे नोटिस भी भेजा था, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। कुछ समय बाद ईडी को पता चला कि वह दुबई भाग गया है। अब ईडी तीन नवंबर के बाद उसका रिमांड हासिल कर पूछताछ करेगा।

    बीएसएनएल में डीजल घोटाले का मास्टर माइंड है डंपी

    ईडी प्रयागराज की टीम की जांच के अनुसार डंपी बीएसएनएल डीजल घोटाले का मास्टर माइंड है। वह आइएस गिरोह 191 का एक प्रमुख सदस्य है। ईडी और पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। आरोप है कि उसने विकास कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम पर बीएसएनएल टावरों को डीजल आपूर्ति का ठेका जबरन हासिल किया था।

    दो वर्ष पहले, ईडी ने इस घोटाले की जांच शुरू की थी और बीएसएनएल से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए थे। घोटाला उजागर होने के बाद डंपी देश छोड़कर दुबई भाग गया था। डंपी के पकड़े जाने से ''तेल के खेल'' में शामिल कई प्रमुख व्यक्तियों के नामों का खुलासा होने की आशंका है। इनमें कुछ राजनेताओं के भी नाम शामिल हैं।