Lucknow News: विद्यार्थियों को रोजगार दिलाना भी विश्वविद्यालय का कर्तव्य- राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों ने एनआईआरएफ-2025 में विभिन्न श्रेणियों में सफलता प्राप्त की है। राज्यपाल ने कुलपतियों शिक्षकों और विद्यार्थियों को बधाई दी और इसे शैक्षणिक गुणवत्ता का प्रमाण बताया। उन्होंने रोजगार और आत्मनिर्भरता पर जोर दिया और विश्वविद्यालयों को संसाधनों का सही उपयोग करने के लिए कहा। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर और लखनऊ विश्वविद्यालय ने शीर्ष 100 में स्थान प्राप्त किया।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों ने राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ)-2025 में विभिन्न श्रेणियों में सफलता हासिल की। इस उपलब्धि पर रविवार को राजभवन में आयोजित संवाद कार्यक्रम राज्यपाल ने कुलपतियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों को बधाई देते कहा कि यह उपलब्धि शैक्षणिक गुणवत्ता, अनुसंधान और नवाचार का प्रमाण है।
उन्होंने इस पर भी जोर दिया कि विद्यार्थियों को पढ़ाना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि रोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में ले जाना विश्वविद्यालयों की बड़ी जिम्मेदारी है।
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों को सतत गतिशील रहकर संसाधनों का सहयोगी उपयोग करना होगा। उन्होंने प्रतियोगिताओं और गतिविधियों पर जोर देते हुए कहा कि इन्हीं से युवाओं की छुपी प्रतिभा और नवाचार सामने आते हैं।
उन्होंने सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया कि विश्वविद्यालय छात्रों की प्रगति के आंकड़े नियमित रूप से संकलित करें और नैक रैंकिंग पर भी विशेष ध्यान दें। एनआइआरएफ-2025 में अखिल भारतीय विश्वविद्यालय रैंकिंग में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमएमएमयूटी) 68वें, लखनऊ विश्वविद्यालय 98वें स्थान पर रहा, जबकि डीडीयू गोरखपुर विश्वविद्यालय 151-200 बैंड में रहा।
राज्य विश्वविद्यालय श्रेणी में एमएमएमयूटी गोरखपुर 23वें, लखनऊ विश्वविद्यालय 27वें, किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी 29वें और सीसीएसयू मेरठ 41वें स्थान पर रहे। इसके अलावा आगरा विश्वविद्यालय, हरकोर्ट बटलर विश्वविद्यालय और गोरखपुर विश्वविद्यालय 51-100 बैंड में शामिल रहे।
अपर मुख्य सचिव डा. सुधीर महादेव बोबडे और विशेष कार्याधिकारी शिक्षा डा. पंकज एल जानी ने कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद लैब से लैंड और लैंड से लैब की अवधारणा पर चलते हुए प्रदेश ने उल्लेखनीय प्रगति की है। कुलपतियों ने आश्वस्त किया कि सामूहिक प्रयासों से यूपी के विश्वविद्यालय आगे भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई मिसाल कायम करेंगे।
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