Sambhal Violence Report :दंगों से जूझते रहे संभल में हिंदू आबादी 45 से घटकर 15-20 प्रतिशत, प्रशासन व पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल
Sambhal Violence Judicial Inquiry Commission Report रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि संभल में अब तक हुए सभी दंगों में टार्गेट करके हिंदुओं का कत्लेआम किया गया। 1936 से 2019 तक संभल में हुए दंगों एवं उपद्रव में 213 लोगों की मौत हुई। संभल हुए कुल 15 दंगों में 209 हिंदुओं को उन्मादी भीड़ ने निर्मम तरीके से हत्या की थी।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : संभल में पिछले वर्ष 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग ने गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 450 पन्ने की विस्तृत रिपोर्ट सौंप दी है।
प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं गृह विभाग संजय प्रसाद ने बताया कि संभल में हिंसा की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय समिति ने आज मुख्यमंत्री को सौंप दी है। जांच रिपोर्ट कैबिनेट में रखे जाने के बाद विधान मंडल के दोनों सदनों में प्रस्तुत की जाएगी। रिपोर्ट का अध्ययन किया जाएगा और सरकार आगे के एक्शन पर योजना बनाएगी।
सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति देवेंद्र अरोड़ा की अध्यक्षता वाले न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट में संभल के सामाजिक-राजनीतिक इतिहास व सांप्रदायिक तनावों का ब्यौरा भी दिया गया है। रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि 24 नवंबर, 2024 को हुई हिंसा संभल में कई वर्षों से पनप रहे तनावों के कारण हुई थी। यहां पर पठान व तुर्क के बीच हुई फायरिंग में चार लोग मारे गए थे और 30 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
हिंदुओं चुन-चुनकर बनाया गया निशाना
रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि संभल में अब तक हुए सभी दंगों में टार्गेट करके हिंदुओं का कत्लेआम किया गया। 1936 से 2019 तक संभल में हुए दंगों एवं उपद्रव में 213 लोगों की मौत हुई। संभल हुए कुल 15 दंगों में 209 हिंदुओं को उन्मादी भीड़ ने निर्मम तरीके से हत्या की थी। 29 मार्च 1978 में होली के बाद हुए दंगों में 184 हिंदुओं की निर्मम तरीके से हत्या की गई थी। 1978 में संभल हुए दंगों किसी भी मुस्लिम की मौत नहीं हुई थी। हिंदुओं चुन-चुनकर निशाना बनाया गया था। संभल में अब तक हुए हुए दंगों में हिंसा करने के दौरान चार मुस्लिमों की मौत हुई थी। संभल में दो मुस्लिमों की मौत 2019 में सीएए उपद्रव के दौरान हुई थी।1992 में बाबरी विध्वंस के बाद हुई हिंसा में दो मुस्लिम मारे गए थे।
पिछले दशकों में हुए दंगों का जिक्र
रिपोर्ट में पिछले दशकों में हुए दंगों का जिक्र भी है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कभी संभल में हिंदुओं की आबादी 45 प्रतिशत थी, जो लगातार घटती रही और वर्तमान में 15 से 20 प्रतिशत के बीच रह गई है। इस रिपोर्ट में न केवल 24 नवंबर को हुई हिंसा का जिक्र है, बल्कि संभल के इतिहास में हुए दंगों की संख्या और उन दंगों के दौरान क्या-क्या हुआ, इसका भी विवरण दिया गया है। आयोग ने प्रशासन व पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुझाव भी दिए हैं।
संभल में कई आतंकवादी संगठन सक्रिय
रिपोर्ट में कहा गया कि कथित रूप से दंगे की योजना थी और बाहरी उपद्रवियों को बुलाया गया था, लेकिन पुलिस की मौजूदगी से बड़ा नुकसान टल गया।
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रिपोर्ट में कहा गया है कि संभल में कई आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं। मौलाना आसिम उर्फ सना-उल-हक को अमेरिका द्वारा आतंकवादी घोषित करने का भी जिक्र रिपोर्ट में है। रिपोर्ट में कहा गया कि वहां अवैध हथियार और नशे का धंधा भी फलफूल रहा है।
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