UP News: आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के तहत सभी जिलों में आज से लगेगा स्वदेशी मेला
Swadeshi Mela in All Districts Of UP खादी एवं ग्रामोद्योग माटी कला बोर्ड हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग रेशम ग्रामीण आजीविका मिशन सीएम युवा ओडीओपी विश्वकर्मा श्रम सम्मान से संबंधित विभागों हस्तशिल्पियों कारीगरों एवं उद्यमियों द्वारा रोजगार परक योजनाओं एवं उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। पहली बार पूरे प्रदेश में एक साथ इतना बड़ा मेला लगाया जा रहा है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : ग्रेटर नोएडा में आयोजित उत्तर प्रदेश ट्रेड शो 2025 की सफलता के बाद अब प्रदेश सरकार गुरुवार से सभी जिलों में स्वदेशी मेला लगाने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 10 अक्टूबर को गोरखपुर में मेले का शुभारंभ करेंगे। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक लखनऊ में मेले की शुरुआत करेंगे।
स्वदेशी को प्रोत्साहन देने के लिए यह मेला 18-19 अक्टूबर तक चलेगा। प्रदेश में पहली बार हर जिले में स्वदेशी मेलों का आयोजन किया जा रहा है। छोटे हस्तशिल्पियों, कारीगरों एवं उद्यमियों को दीपावली से ठीक पहले उनके उत्पादों को प्रदर्शित करने व बिक्री का एक बड़ा मंच मिलेगा।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री राकेश सचान ने लोक भवन में बुधवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि पहली बार पूरे प्रदेश में एक साथ इतना बड़ा मेला लगाया जा रहा है। यह मेला प्रधानमंत्री की वोकल फार लोकल मंत्र को बढ़ावा देने के लिए है। इसमें खादी एवं ग्रामोद्योग, माटी कला बोर्ड, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग, रेशम, ग्रामीण आजीविका मिशन, सीएम युवा, ओडीओपी, विश्वकर्मा श्रम सम्मान से संबंधित विभागों, हस्तशिल्पियों, कारीगरों एवं उद्यमियों द्वारा रोजगार परक योजनाओं एवं उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के एमएसएमई, खादी, हथकरघा और वस्त्र मंत्री राकेश सचान ने उत्तर प्रदेश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार शो (यूपीआईटीएस) में 2,200 से अधिक कारीगरों के स्टॉल की भागीदारी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जहां भारतीय कारीगरों ने देश और दुनिया के सामने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने 'वोकल फॉर लोकल' पहल को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया और दिवाली से पहले आगामी राज्यव्यापी स्वदेशी मेले पर जानकारी साझा की।
मंत्री ने कहा कि इस बार पहली बार ऐसा आयोजन किया जा रहा है जिसमें स्थानीय उत्पादों और शिल्पकला को जनपद स्तर पर प्रमोशन का मौका मिलेगा। एमएसएमई विभाग ने इसके लिए सभी जिलाधिकारियों और विभागीय अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि यह आयोजन केवल व्यापारिक मेला नहीं बल्कि एक उत्सव है, जिसमें शासन, प्रशासन, उद्यमी, कारीगर और आम जनता एक साथ अपनी भूमिका निभा रहे हैं। यह उत्सव आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश और विकसित भारत की दिशा में एक और मजबूत कदम है।
मंत्री ने बताया कि यह आयोजन आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के तहत हो रहा है। इसमें स्वयं सहायता समूहों द्वारा भी अपने उत्पादों का प्रदर्शन एवं बिक्री की जाएगी। इन मेलों में संस्कृति विभाग के सहयोग से प्रदेश की संस्कृति एवं कला का भी प्रदर्शन किया जाएगा। युवक मंगल दल, नेहरू युवा केंद्र, विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के माध्यम से सामाजिक एवं सांस्कृतिक आयोजन भी होंगे। संबंधित जिलों के प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायक, भाजपा जिलाध्यक्ष स्वदेशी मेलों का शुभारंभ करेंगे।
अंत में मंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि इस दिवाली वे अपने घरों के दीपक, सजावट सामग्री, परिधान और उपहार स्वदेशी उत्पादों से ही लें ताकि हमारे गांवों के कारीगरों, मिट्टी कला कलाकारों, बुनकरों और युवाओं के चेहरों पर भी खुशियों की रोशनी जगमगाए। उन्होंने कहा कि यही सच्चे अर्थों में प्रधानमंत्री जी की “मेक इन इंडिया” और मुख्यमंत्री जी की “वोकल फॉर लोकल” की भावना को साकार करने का मार्ग है, जिससे न केवल प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी बल्कि आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना भी साकार रूप लेगी।
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