UP News: पशु पालकों को उपहार, दो दुधारू पशु पालने वालों को मिलेगा मुफ्त चारा बीज
Good News For Dairy Operators: योजना के तहत पूर्व में चयनित लोगों को दोबारा लाभांवित नहीं किया जाएगा। प्रति 0.250 एकड़ में चारा बोआई के लिए 25 किलोग्राम प्रमाणित बरसीम चारा बीज की मिनीकिट उपलब्ध कराई जाएगी।

चारा उगाने के लिए मुफ्त बीज मिनीकिट उपलब्ध कराई जाएंगी
राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: फसल के रबी सीजन में दुधारू पशुओं को पालने वालों को चारा उगाने के लिए मुफ्त बीज मिनीकिट उपलब्ध कराई जाएंगी। पशुपालन विभाग ने रबी सीजन में अतिरिक्त चारा विकास कार्यक्रम के लिए दिशा-निर्देश तय कर दिए हैं। प्रदेश में 24,896 मिनीकिट का वितरण किया जाएगा और इसके लिए कम से कम दो दुधारू पशु पालने वालों को ही लाभार्थी बनाया जाएगा।
पशुपालन विभाग प्रदेश में पशुपालकों की सहायता के लिए अतिरिक्त चारा विकास कार्यक्रम का संचालन कर रहा है। चालू रबी सीजन में विभाग ने 622.40 क्विंटल बीज के निश्शुल्क वितरण का लक्ष्य रखा है। इसके लिए लाभार्थी चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई।
योजना के तहत न्यूनतम 0.1 हैक्टेयर (लगभग 0.250 एकड़) और अधिकतम 0.5 हैक्टेयर (लगभग 1.25 एकड़) भूमि पर उत्पादन के लिए लाभार्थियों का चयन किया जा रहा है। विभाग से जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार लाभार्थी के पास कम से कम दो दुधारू पशु होने की अनिवार्यता के साथ स्वयं की भूमि होनी चाहिए वहां सिंचाई की व्यवस्था जरूरी है।
लघु और सीमांत किसान के साथ पशुपालकों, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लाभार्थियों, महिला लाभार्थियों, दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के सदस्यों को चयन में वरीयता दी जाएगी। बीज वितरण के लिए जिलों में चारागाह की सिंचित भूमि वाले स्थायी-अस्थायी गो आश्रय स्थलों को भी प्राथमिकता मिलेगी।
पूर्व में चयनित लोगों को दोबारा लाभ नहीं
योजना के तहत पूर्व में चयनित लोगों को दोबारा लाभांवित नहीं किया जाएगा। प्रति 0.250 एकड़ में चारा बोआई के लिए 25 किलोग्राम प्रमाणित बरसीम चारा बीज की मिनीकिट उपलब्ध कराई जाएगी। जबकि खेत की तैयारी, बोआई, सिंचाई एवं कटाई आदि पर होने वाला व्यय लाभार्थियों द्वारा वहन किया जाएगा। विभाग ने इसके लिए मंडलवार लक्ष्य निर्धारित कर दिया है।
योजना के तहत रबी सीजन में 1,49,99,840 रुपये की धनराशि खर्च होगी। लाभार्थियों का चयन, जिलों मे मुख्य पशुचिकित्साधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति करेगी। समिति में उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी सदस्य सचिव और पशु चिकित्साधिकारी को सदस्य बनाया जाएगा। निदेशक पशुपालन विकास एवं प्रशासन योगेंद्र पवार ने सभी मुख्य पशुचिकित्साधिकारियों को निर्देश जारी कर पारदर्शिता के साथ योजना का क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए हैं।
कहां कितनी बंटेंगी मिनीकिट
मंडल लक्ष्य
मेरठ 3876
झांसी 240
मुरादाबाद 2770
आगरा 2090
अलीगढ़ 1970
चित्रकूूट 270
कानपुर 1480
प्रयागराज 770
सहारनपुर 3300
देवीपाटन 790
गाेरखपुर 400
बस्ती 370
आजगगढ़ 500
वाराणसी 820
मीरजापुर 300
लखनऊ 2000
अयोध्या 1230
बरेली 1720

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