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    UP News: मिलवटखोरों पर कसेगा शिकंजा, फूड सेफ्टी वैन से मिलावटी खाद्य पदार्थों की जांच होगी आसान

    By Amit Yadav Edited By: Dharmendra Pandey
    Updated: Wed, 05 Nov 2025 05:56 PM (IST)

    Yogi Adityanath Government Strict on Adulterators: खाद्य सुरक्षा अधिकारी इस वैन में मौके पर ही खाद्य पदार्थों का नमूना लेकर जांच करते हैं। खाद्य पदार्थों में यदि मिलावट मिलती है तो उसे तुरंत मौके पर ही नष्ट कराया जाता है। साथ ही नमूने लेकर उसे जांच के लिए बड़ी प्रयोगशाला भेजा जाता है।

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    फूड सेफ्टी वैन से मिलावटी खाद्य पदार्थों की जांच के दायरे को बढ़ाएगा

    राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: योगी आदित्यनाथ सरकार मिलावटखोरों और नक्कालों पर शिकंजा लगातार कस रही है। इसी क्रम में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) फूड सेफ्टी वैन से मिलावटी खाद्य पदार्थों की जांच के दायरे को बढ़ाएगा।

    वर्तमान में एफएसडीए की 36 वैन 18 मंडलों और छह अन्य जिलों में उपलब्ध कराई गई हैं। इन वैन से खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच के लिए रूट चार्ट बनाकर जिलों के विभिन्न बाजारों में भेजा जाएगा। जहां कोई भी उपभोक्ता खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच करा सकेगा। दीपावली के दौरान चले मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ चले अभियान में भी इन वैन से जांच की गई थी।

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    संयुक्त खाद्य सुरक्षा आयुक्त हरिशंकर सिंह ने बताया कि सभी 18 मंडल मुख्यालयों पर फूड सेफ्टी वैन जांच के लिए उपलब्ध हैं। इसमें खोया, पनीर, दूध आदि अन्य खाद्य पदार्थों में मिलावट की मौके पर ही जांच की सुविधा है। मंडल मुख्यालयों के अलावा छह अन्य बड़े जिलों में भी इन वैन से मौके पर ही खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच की जाती है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी इस वैन में मौके पर ही खाद्य पदार्थों का नमूना लेकर जांच करते हैं। खाद्य पदार्थों में यदि मिलावट मिलती है तो उसे तुरंत मौके पर ही नष्ट कराया जाता है। साथ ही नमूने लेकर उसे जांच के लिए बड़ी प्रयोगशाला भेजा जाता है।

    जिससे इस वैन से कोई भी उपभोक्ता खाद्य पदार्थों में मिलावटी की जांच करा सके। उन्होंने बताया कि यदि जांच के लिए दिए गए नमूने में कोई गड़बड़ी मिलती है तो उस नमूने और रिपोर्ट को मुकदमे के लिए सुरक्षित किया जाता है। इसके अलावा दुकानदार भी कच्चे माल में मिलावट की जांच के लिए संपर्क कर सकते हैं। दुकानदार जहां से कच्चा माल खरीद रहा है, वहां जांच के बाद मिलावट मिलने पर कार्रवाई की जाती है।

    हरिशंकर सिंह ने बताया कि सभी फूड सेफ्टी वैन के लिए हर महीने एक रूट चार्ट बनाया जाएगा। जिससे उन्हें अधिक से अधिक स्थानों पर भेजकर खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच की सके। इस रूट चार्ट की जानकारी इंटरनेट व स्थानीय मीडिया के माध्यम से लोगों की दी जाएगी।

    उन्होंने बताया कि लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, आगरा, बरेली, गोरखपुर, सहारनपुर, वाराणसी, अलीगढ़, मुरादाबाद, मेरठ, झांसी में दो-दो फूड सेफ्टी वैन दी गई हैं। अन्य छह मंडलों बस्ती, मीरजापुर, चित्रकूट, देवीपाटन, अयोध्या, आजमगढ़ को एक-एक सेफ्टी वैन उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा गौतमबुद्ध नगर, बिजनौर, मथुरा, गोंडा, रायबरेली, गाजियाबाद में एक-एक फूड सेफ्टी वैन खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच के लिए दी गई है।