UP में 57 हजार से अधिक स्मार्ट प्रीपेड मीटर नेटवर्क से नहीं जुड़ रहे, उपभोक्ता परिषषद ने कहा- ऐसा होने पर इस प्रोजेक्ट पर आ जाएगा संकट
राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 57,000 से अधिक स्मार्ट प्रीपेड मीटरों में कम्युनिकेशन की समस्या आ रही है। परिषद के अध्यक्ष अव ...और पढ़ें

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
राज्यब्यूरो, जागरण, लखनऊ। राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने दावा किया है कि प्रदेश में उपभोक्ताओं के घर व प्रतिष्ठानों में लगाए जा रहे स्मार्टvप्रीपेड मीटर में कम्युनिकेशन की समस्या आ रही है। चार दिसंबर को हुए एनालिसिस में 57631 स्मार्ट प्रीपेड मीटरों के कभी कम्युनिकेशन में नहीं आने का पता चला है।
यह बहुत गंभीर मामला है, क्योंकि स्मार्ट प्रीपेड मीटर का कम्युनिकेशन में रहना जरूरी है। यदि इसमें सफलता नहीं मिली तो पूरे प्रोजेक्ट पर संकट आ जाएगा। परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि कम्युनिकेशन नहीं होने वालेस्मार्टप्रीपेड मीटरों बड़े पैमाने पर तकनीकी कमियां हैं या सिम की समस्या है।
प्रदेश में चार कंपनियों को स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का ठेका दिया गया है, जिसमें से जीएमआर के 20801 मीटर ऐसे हैं जिसमें नेटवर्क की समस्या है। इसी प्रकार से जीनस के 5437 मीटर, इन टैलीस्मार्ट के 18,727 मीटर तथा पोलरिस कंपनी के 12,666 मीटर में कम्युनिकेशन की समस्या पाई गई है।
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उन्होंने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर लग जाने पर बिजली चोरी की संभावना समाप्त होने का दावा किया जाता है लेकिन एनालिसिस रिपोर्ट में 1237 मामले ऐसे आए हैं जिसमें उपभोक्ता बाइपास करके अपने मीटर को चला रहे हैं, यानी की बिजली चोरी कर रहे हैं।

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