यूपी को केंद्र बनाकर रचा जा रहा आतंकी हमलों का गहरा षड्यंत्र, दिल्ली में धमाके के बाद लखनऊ-सहारनपुर में सघन छानबीन
जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन वाले पोस्टर लगाने के मामले में सहारनपुर से जम्मू-कश्मीर निवासी डॉ.आदिल अहमद की गिरफ्तारी के बाद फरीदाबाद में जम्मू-कश्मीर के निवासी डॉ. मुजम्मिल व लखनऊ निवासी डॉ. शाहीन का पकड़ा जाना। गुजरात में हैदराबाद निवासी आतंकी अहमद मोहियुद्दीन सैयद को असलहों व केमिकल की सप्लाई करने गए कैराना निवासी आजाद सुलेमान शेख व लखीमपुर खीरी निवासी मु. सुहैल की गिरफ्तारी। दिल्ली में धमाके के बाद सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां इनके तार जोड़कर भी देख रही हैं।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन वाले पोस्टर लगाने के मामले में सहारनपुर से जम्मू-कश्मीर निवासी डॉ.आदिल अहमद की गिरफ्तारी के बाद फरीदाबाद में जम्मू-कश्मीर के निवासी डॉ. मुजम्मिल व लखनऊ निवासी डॉ. शाहीन का पकड़ा जाना। गुजरात में हैदराबाद निवासी आतंकी अहमद मोहियुद्दीन सैयद को असलहों व केमिकल की सप्लाई करने गए कैराना निवासी आजाद सुलेमान शेख व लखीमपुर खीरी निवासी मु. सुहैल की गिरफ्तारी। दिल्ली में धमाके के बाद सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां इनके तार जोड़कर भी देख रही हैं।
आशंका है कि पाकिस्तान में बैठे आईएसआई के हैंडलरों ने सुरक्षा एजेंसियों काे चकमा देने के लिए कोई नया मॉड्यूल तो तैयार नहीं किया है, जिसमें उत्तर प्रदेश को प्रमुख केंद्र के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। इस मॉड्यूल का महाराष्ट्र कनेक्शन होने की भी आशंका है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस व एटीएस ने मंगलवार को डा.शाहीन के लखनऊ के कंधारी बाजार स्थित आवास व मड़ियांव के मुतक्कीपुर में उसके छोटे भाई डॉ. परवेज शाहिद अंसारी के घर को खंगाला। सूत्रों का कहना है कि सहारनपुर में डॉ.बिलाल व डॉ. असलम जैदी समेत कुछ अन्य संदिग्धों से भी गहन पूछताछ की गई है।
डॉ. बिलाल व डॉ.असलम श्रीनगर में हुए डॉ.आदिल के विवाह में शामिल होने गए थे। जबकि गुजरात में पकड़े गए सुलेमान शेख व मु.सुहैल लखनऊ में आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) कार्यालय व मुख्यमंत्री आवास के आसपास समेत कई अन्य प्रमुख स्थानों पर रेकी कर चुके थे। इन दोनों के आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासन प्रांत (आइएसकेपी) से जुड़े होने की बात सामने आई थी।
सुरक्षा एजेंसियां इस बात की भी पड़ताल कर रही हैं कि कहीं पाकिस्तान में बैठे इनके हैंडलर एक ही तो नहीं हैं। आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन की कभी आजमगढ़ समेत प्रदेश के अन्य शहरों में जड़ें गहरी थीं। इस संगठन के कमजोर पड़ने के बाद बीते कुछ वर्षाें में आतंकियों के अलग-अलग माड्यूल सामने आए हैं, जिनकी प्रदेश में काफी सक्रियता रही है। खासकर आतंकी संगठन आइएस की जड़ें तेजी से फैली हैं।
अक्टूबर 2023 में दिल्ली पुलिस ने लखनऊ से आतंकी संगठन आइएस से जुड़े मोहम्मद रिजवान को गिरफ्तार किया था। बीटेक पास रिजवान युवाओं को जिहाद के लिए उकसाने में माहिर था और पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के सीधे संपर्क में था। लगभग चार वर्ष पहले प्रदेश में अलकायदा के अंसार गजवातुल हिंद मॉड्यूल की भी सक्रियता सामने आई थी।
लखनऊ से गिरफ्तार आतंकी मिनहाज अहमद व मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर के संपर्क में कानपुर, संभल, मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर समेत 20 से अधिक जिलों के युवक संपर्क में थे। तब जांच में यह बात भी सामने आई थी कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान के सीमा क्षेत्र से अलकायदा के इंडियन सबकांटीनेंट माड्यूल का संचालन कर रहा उमर हलमंडी भी प्रदेश के कई युवकों के सीधे संपर्क में था। आइएसआइ एजेंटों की गिरफ्तारियां भी लगातार होती रही हैं।

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