विकसित यूपी के लिए छह पर्यटन परिपथों पर रहेगा सरकार का फोकस, मुहैया कराई जाएंगी विश्वस्तरीय सुविधाएं
उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए छह पर्यटन परिपथों पर ध्यान केंद्रित करेगी। इन परिपथों को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस किया जाएगा, जिसमें बेहतर सड़कें, आवास और सुरक्षित वातावरण शामिल हैं। सरकार का लक्ष्य है कि पर्यटक राज्य में सुखद और यादगार अनुभव प्राप्त करें।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश-2047 के विजन डाक्यूमेंट के लिए तय 12 सेक्टरों के फोकस एरिया निर्धारित करने का काम सरकार ने शुरू करा दिया हैं। पर्यटन सेक्टर के तहत प्रदेश के पर्यटन स्थलों को देश में सबसे जीवंत पर्यटन व सांस्कृतिक गंतव्य के रूप में विकसित किए जाने का लक्ष्य लिया गया है।
निर्धारित फोकस एरिया पर काम करते हुए यूपी को सबसे आकर्षक पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जाना प्रस्तावित किया गया है।
विजन डाक्यूमेंट में पर्यटन सेक्टर के लिए तय फोकस एरिया के तरहत प्रदेश के पर्यटन व सांस्कृतिक स्थलों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं विकसित की जाएंगी, जिससे पर्यटकों को कोई असुविधा न हो। चयनित छह पर्यटन सेक्टरों (परिपथ) को सरकार वर्ष 2047 तक सड़क, रेल और एयर कनेक्टिविटी से जोड़ेगी।
पर्यटन सेक्टर के लिए तय फोकस एरिया में छह परिपथ में बौद्ध परिपथ, रामायण परिपथ, ब्रज परिपथ, शक्ति परिपथ के साथ ही वाइल्ड लाइफ और इको टूरिज्म सेक्टर के विकास पर सरकार काम करेगी। बौद्ध परिपथ का केंद्र कुशीनगर, सारनाथ, कपिलवस्तु जैसे पर्यटन स्थल होंगे।
रामायण परिपथ का प्रमुख केंद्र बिंदु अयोध्या नगरी रहेगी। ऐसे ही ब्रज परिपथ का हिस्सा मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े प्रमुख स्थल होंगे। शक्ति सर्किट में देवी शक्ति के मंदिरों और शक्तिपीठों को जोड़ना है।
इस सर्किट में विंध्याचल, कालिंजर किला, प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों में स्थित द्वादश माधव मंदिर, बेल्हा देवी धाम और कड़ा धाम जैसे स्थल इसका हिस्सा होंगे।
राज्य में कई वाइल्ड लाइफ सर्किट हैं। दुधवा नेशनल पार्क, पीलीभीत टाइगर रिजर्व, कतर्नियाघाट वन्यजीव अभ्यारण्य, चंद्रप्रभा वन्य जीव विहार जैसे प्रमुख स्थल वाइल्ड लाइफ सर्किट में शामिल हैं। ये स्थल उत्तर प्रदेश के समृद्ध वन्यजीवों और जैव-विविधता का अनुभव कराते हैं।
सरकार इन परिपथों पर विश्वस्तरीय सुविधाओं का विकास करने के साथ ही परिपथ के स्थलों तक पहुंचने के लिए बेहतर सड़क, रेल और एयर कनेक्टिविटी देगी। इसके साथ ही सरकार हरिटेज और सांस्कृतिक गतिविधियों को भी पर्यटन से जोड़ेगी। राज्य में पर्यटन के विकास के साथ ही पर्यटकों की सुविधा के लिए कन्वेंशन हब और प्रीमियम आतिथ्य क्षेत्रों का विकास भी किया जाएगा।

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