यूपी पर्यटन विभाग की 432 परियोजनाएं चल रही हैं लंबित, संस्थाओं को समय पर काम पूरा करने की मिल गई चेतावनी
उत्तर प्रदेश में पर्यटन स्थलों के विकास की कई परियोजनाएँ लंबित हैं जबकि सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। घरेलू पर्यटकों की संख्या में उत्तर प्रदेश लगातार शीर्ष पर रहा है और इस साल महाकुंभ के कारण पर्यटकों की संख्या में और वृद्धि होने की उम्मीद है। सरकार पर्यटन स्थलों को विकसित करने और सुविधाएं बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। राज्य में पर्यटन स्थलों के विकास की 432 परियोजनाएं लंबित चल रही हैं। सरकार ने विभिन्न जिलों के पर्यटन स्थलों के विकास को लेकर 489 परियोजनाओं की स्वीकृति दी है। इनमें से अभी तक केवल 57 परियोजनाओं पर ही काम शुरू किया जा सका है।
इसके चलते चालू वित्तीय वर्ष में लंबित परियोजनाओं का काम पूरा होने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। फिलहाल पर्यटन विभाग ने कार्यदायी संस्थाओं को लंबित परियोजनाओं को समय से पूरा करने की चेतावनी दी है।
घरेलू पर्यटकों की संख्या के मामले में उत्तर प्रदेश लगातार तीन वर्षों से देश में पहले स्थान पर है। पिछले वर्ष 48 करोड़ पर्यटकों ने राज्य के विभिन्न पर्यटन स्थलों का भ्रमण किया था। इस बार भी उत्तर प्रदेश पर्यटकों की संख्या के मामले में पहले स्थान पर रहेगा, क्योंकि प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में 60 करोड़ से अधिक पर्यटकों ने भ्रमण किया है।
नतीजतन इस बार राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या 100 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख पर्यटन स्थलों को विकसित कर पर्यटक सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।
परियोजनाओं को शुरू करने में देरी को लेकर पर्यटन विभाग के महानिदेशक राजेश कुमार-द्वितीय का कहना है सभी परियोजनाओं की समीक्षा की जा रही है। कार्यदायी संस्थाओं को निर्धारित समय में काम पूरा करने को कहा गया है। पर्यटन सरकार की प्राथमिकता में है। इसलिए परियोजनाओं में देरी स्वीकार नहीं की जाएगी।
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