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    Teacher's Day 2025: 66 जिलों के शिक्षकों को मिलेगा राज्य अध्यापक पुरस्कार, नौ जिलों से नहीं मिले काबिल शिक्षक

    Updated: Thu, 28 Aug 2025 04:34 PM (IST)

    Yogi Adityanath Government Will Honour Trachers पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी शिक्षक और प्रधानाध्यापक को पांच सितंबर शिक्षक दिवस के मौके पर सम्मानित किया जाएगा। इस बार की सूची में उन शिक्षकों को प्राथमिकता दी गई है जिन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने बच्चों को नवाचार से जोड़ने और विद्यालयों में बेहतर शैक्षिक माहौल तैयार करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है।

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    66 जिलों के शिक्षकों को मिलेगा राज्य अध्यापक पुरस्कार

    राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : प्रदेश में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को दिए जाने वाले राज्य अध्यापक पुरस्कार-2024 की घोषणा कर दी है। इस बार 66 जिलों के शिक्षकों को यह सम्मान मिलेगा।

    प्रदेश सरकार ने तय किया है कि सभी 75 जिलों से एक-एक अध्यापक को हर वर्ष राज्य शिक्षक सम्मान प्रदान किया जाएगा। इस बार नौ जिलों से किसी शिक्षक का चयन नहीं हुआ है। शासन की ओर से गठित राज्य चयन समिति ने कई चरणों में बैठकें कर शिक्षकों के नाम तय किए है।

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    चयन प्रक्रिया 24 जुलाई से 12 अगस्त तक चली। इस दौरान शिक्षकों का साक्षात्कार लेकर उनके कार्य, उपलब्धियों और शिक्षा में योगदान का मूल्यांकन किया गया। इन्हीं रिपोर्टों के आधार पर समिति ने नामों की संस्तुति की। शासन ने संस्तुतियों को अनुमोदित कर अंतिम सूची जारी कर दी है।

    पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी शिक्षक और प्रधानाध्यापक को पांच सितंबर, शिक्षक दिवस के मौके पर सम्मानित किया जाएगा। इस बार की सूची में उन शिक्षकों को प्राथमिकता दी गई है जिन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने, बच्चों को नवाचार से जोड़ने और विद्यालयों में बेहतर शैक्षिक माहौल तैयार करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है।

    राज्य शिक्षक पुरस्कार पाने वाले शिक्षकों को दो वर्ष का सेवा विस्तार मिलेगा। इसके अलावा पुरस्कार स्वरूप 25-25 हजार रुपये, सरस्वती प्रतिमा और अंगवस्त्र दिया जाएगा। शिक्षकों को रोडवेज की बसों में आजीवन निश्शुल्क यात्रा की भी सुविधा मिलेगी।

    डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति और द्वितीय राष्ट्रपति रहे। वे भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद, महान दार्शनिक और एक आस्थावान हिन्दू विचारक थे। उनके इन्हीं गुणों के कारण वर्ष 1954 में भारत सरकार ने उन्हें सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया था। उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप मनाया जाता है और केंद्र व राज्य सरकारें उत्कृष्ट योगदान करने वाले शिक्षकों को उनके जन्मदिन पांच सितंबर को सम्मानित करती हैं।