मैनपुरी में बुखार का प्रकोप... गांवों में ढाई सौ लोग बीमार, घर-घर बिछी चारपाई; डेंगू और मलेरिया की दहशत
मैनपुरी के पैरारशाहपुर गांव में बुखार फैल गया है जिससे लगभग ढाई सौ लोग प्रभावित हैं और एक महिला की मौत हो गई है। निजी लैब डेंगू और मलेरिया की पुष्टि कर रहे हैं पर स्वास्थ्य विभाग इसे वायरल बुखार बता रहा है। गांव में स्वास्थ्य शिविर चल रहा है लेकिन सफाई की कमी से स्थिति गंभीर है। ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग और ग्राम प्रधान से नाराज हैं।

जागरण संवाददाता, मैनपुरी/बरनाहल। मैनपुरी के गांव पैरारशाहपुर में बुखार फैल गया है। मलेरिया डेंगू कि गांव में दहशत फैल गई है। गांव में करीब ढाई सौ के आसपास लोग बुखार की चपेट में हैं। गांव में बुखार से एक महिला की भी मौत हो चुकी है।
प्राइवेट पैथोलॉजी रिपोर्ट अपनी जांच में डेंगू और मलेरिया की पुष्टि कर रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग वायरल फीवर की बात कह रहा है। गांव में चार दिन से स्वास्थ्य शिविर लगाया जा रहा है। गांव में गंदगी का अंबारा है। ग्राम पंचायत की ओर से अभी तक फागिंग नहीं कराई गई है।
बुखार से बीमारों में बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे
विकास खंड क्षेत्र के गांव पैरारशाहपुर में बुखार की चपेट में आ गया है। बुखार की वजह से घर-घर चारपाई बिछी हुई है। जिसमें महिलाएं बुजुर्ग बच्चे सभी शामिल हैं। ग्रामीणों के अनुसार 8 अगस्त को बुखार के कारण एक महिला की मौत हो गई है। इसके बाद से ही गांव में डेंगू और मलेरिया की दहशत फैल गई।
स्वास्थ्य विभाग चार दिन से स्वास्थ्य शिविर लगाकर मरीजों को दवाई दे रहा है। लेकिन मरीजों को कुछ भी आराम नहीं हो रहा है। जिसकी वजह से अधिकतर मरीज बरनाहल करहल सिरसागंज, मैनपुरी, फिरोजाबाद,आगरा आदि शहरों के अस्पतालों में भर्ती हैं।
एसीएमओ गांव पहुंचे और मरीजों से की बात
शनिवार को एसीएमओ डॉ. अनिल वर्मा ने गांव में पहुंचकर मरीजों से बात की। उन्होंने लोगों को साफ सफाई के प्रति जागरूक किया। गांव में सरिता, रचना, आशा देवी, रामस्वरूपी, गुड्डी देवी, जैसी सैकड़ों महिलाओं बुखार की चपेट में हैं। ग्रामीणों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम दवाइयां के नाम पर खाना पूर्ति कर रही है। है ग्रामीणों में स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ रोष व्याप्त है।
गांव में महीनों से नहीं आया सफाईकर्मी
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में महीनों से सफाई कर्मी सफाई करने नहीं पहुंचा है। गांव की नालियों में गंदगी भरी पड़ी है। साथ ही गलियों में कीचड़ भरा रहता है। जिसकी वजह से गांव में संक्रमण रोग फ़ैल गए हैं। इसके बाद भी ग्राम पंचायत स्तर से कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। अभी तक नालियों और गलियों की सफाई नहीं कराई गई है। ओर ना ही फाॅगिंग कराई गई है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान मुकेश यादव अभी तक हाल देखने भी नहीं आए हैं और ना ही फोन उठाते हैं।
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