यूपी में बिजली विभाग की टीम को देखकर लोग क्यों चिल्लाने लगे 'चोर-चोर'? उल्टे पांव भागे सभी अधिकारी
मैनपुरी में बिजली विभाग की टीम को बिजली चोरी पकड़ने के दौरान स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। लोगों ने टीम को घेरकर चोर-चोर कहकर शोर मचाया और अधिकारियों के साथ बदसलूकी की। उपखंड अधिकारी के परिचय देने पर भी लोगों ने उन्हें धमकाया और बिना अनुमति घरों में झांकने का आरोप लगाया। स्थिति बिगड़ने पर टीम बिना कार्रवाई के वापस लौट गई।

जागरण संवाददाता, मैनपुरी। कटिया डालकर स्ट्रीट लाइट से बिजली चोरी पकड़ने रात के अंधेरे में निकली डिस्कनेक्शन टीम मुश्किल में फंस गई। छत से ही लोगों ने चोर-चोर कहकर शोर मचा दिया। शोर सुनकर छतों से ही आसपास के लोगों ने इसे मनमानी बताकर टीम को खूब धमकाया।
उपखंड अधिकारी द्वारा अपना परिचय दिए जाने पर लोगों ने अनर्गल टिप्पणी कर बिना अनुमति लोगों के घरों में झांकने का आरोप लगाया। स्थिति बिगड़ती देख टीम को बिना कार्रवाई ही वापस लौटना पड़ा। किसी के भी द्वारा शिकायत नहीं दी गई है, लेकिन इंटरनेट मीडिया पर इसका वीडियो प्रसारित हो रहा है।
शुक्रवार रात लगभग 10 बजे उपखंड अधिकारी नगर अभिषेक के नेतृत्व में डिस्कनेक्शन टीम मुहल्ला अग्रवाल पहुंची थी। यहां स्थानीय लोगों द्वारा ही स्ट्रीट लाइटों से कटिया डालकर बिजली चोरी किए जाने की शिकायत की गई थी।
चोरी पकड़ने के लिए टीम रात में सीढ़ी और अन्य सामग्री लेकर पहुंची थी। खंभे पर सीढ़ी लगा ही रहे थे कि कुछ लोगों ने छत पर चढ़कर चोर-चोर कहकर चिल्लाना आरंभ कर दिया। शोर सुनकर आसपास के अन्य लोग भी छतों पर पहुंच गए।
मोबाइल और टार्च की रोशनी से सभी का परिचय पूछा। उपखंड अधिकारी ने अपना परिचय देते हुए बताया कि वे बिजली की चोरी पकड़ने के लिए आए हैं। किसी के घर में जांच नहीं की जा रही है, सिर्फ स्ट्रीट लाइट के खंभों से जा रही कटिया हटाई जानी हैं।
छत पर चढ़े लोगों द्वारा अपशब्द कहते हुए अपमानजनक टिप्पणी भी की गई। लोगों द्वारा ही इसका वीडियो भी बनाया जा रहा था। वीडियो में लोग कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि बिना किसी सूचना के सीढ़ी लगाकर घरों में चढ़ना गलत है। स्थिति विवादित हाेती देख टीम बिना किसी कार्रवाई के वापस लौट आई। इस संबंध में किसी भी पक्ष की ओर से कोई शिकायत नहीं दी गई है।
स्ट्रीट लाइट से बिजली की चोरी किए जाने की सूचना मिली थी। हमें भी कटिया मिली, लेकिन लोगों ने सहयोग नहीं किया। बिजली चोरी पकड़ने के लिए आदेश के बाद ही टीम गई थी। उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।
- अभिषेक, उपखंड अधिकारी।
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