2.5 लाख किसानों की सम्मान निधि पर खतरा, यूपी के इस जिले में फॉर्मर रजिस्ट्री से बेखबर हैं किसान
मैनपुरी में किसान फॉर्मर रजिस्ट्री के प्रति उदासीन रवैया दिखा रहे हैं। 4.50 लाख में से केवल 2.15 लाख किसानों ने ही पंजीकरण कराया है। कृषि विभाग अब ऐसे किसानों की सम्मान निधि रोकने की तैयारी कर रहा है। अधिकारियों का कहना है कि फॉर्मर रजिस्ट्री सरकारी योजनाओं और अनुदान के लिए अनिवार्य है और जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।

जागरण संवाददाता, मैनपुरी। किसान फॉर्मर रजिस्ट्री को लेकर गंभीर नहीं हो पा रहे हैं। विभाग ने गांव-गांव जागरुकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक तो किया, लेकिन किसानों ने ज्यादा रुचि नहीं दिखाई।
पंजीकृत 4.50 लाख में से सिर्फ 2.15 लाख किसानों ने ही अब तक फॉर्मर रजिस्ट्री कराई है। अब कृषि विभाग ऐसे किसानों की सूची तैयार कर रहा है। योजना से दूरी बनाने वाले किसानों की अगली आने वाली सम्मान निधि रोक दी जाएगी।
4.50 लाख में से सिर्फ 2.15 लाख किसानों ने ही कराई है फॉर्मर रजिस्ट्री
उप निदेशक कृषि नरेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि शेष किसान यदि जल्द प्रक्रिया पूर्ण नहीं कराते हैं तो उन्हें लाभ से वंचित होना पड़ सकता है। ग्राम पंचायतों में शिविर लगाकर जागरूकता अभियान चलाया गया था, इसके बाबजूद किसानों ने रुचि नहीं ली। अब गांवों में चौपाल लगाकर किसानों को जागरूक किया जाएगा।
ये है फॉर्मर रजिस्ट्री
फॉर्मर रजिस्ट्री एक ऐसी आईडी है, जो विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए काम आती है। एंड्रायड मोबाइल फोन से फॉर्मर रजिस्ट्री नंबर जारी करने के लिए आधारकार्ड, जमीन की खतौनी और पंजीकृत मोबाइल नंबर अनिवार्य है।
अनुदान के लिए फॉर्मर रजिस्ट्री अनिवार्य
उप कृषि निदेशक का कहना है कि बीज, खाद, कृषि सहायक उपकरण पर अनुदान के साथ सरकार सम्मान निधि दे रही है। अन्य अनुदानित योजनाओं का लाभ भी मिल रहा है। बिना फॉर्मर रजिस्ट्री के अनुदान लाभ से भी वंचित होना पड़ सकता है।
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