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    Banke Bihari Temple Dispute: हाईपावर कमेटी की बैठक में तीन सेवायत गायब, नहीं हुए महत्वपूर्ण निर्णय

    Updated: Wed, 08 Oct 2025 05:30 AM (IST)

    ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के सेवायत और हाई पावर्ड कमेटी के बीच विवाद जारी है। सेवायतों की अनुपस्थिति के कारण कमेटी की बैठक में कोई महत्वपूर्ण निर्णय नहीं हो सका। शरद पूर्णिमा पर दर्शन में मनमानी और दर्शन के समय को लेकर भी चर्चा हुई। कमेटी अध्यक्ष ने सेवायतों के रवैये पर नाराजगी जताई और उन्हें ठाकुरजी की सेवा मर्यादापूर्वक करने की सलाह दी।

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    हाईपावर कमेटी की बैठक में तीन सेवायत गायब, नहीं हुए महत्वपूर्ण निर्णय

    जागरण संवाददाता, मथुरा। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के सेवायत और सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाईपावर मैनेजमेंट कमेटी के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। पहले कमेटी के निर्णयों को सेवायतों ने नहीं माना। अब मंगलवार को कमेटी की बैठक से तीन सदस्य सेवायत ही गायब रहे। ऐसे में कोई महत्वपूर्ण निर्णय ही नहीं लिया जा सका।

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    शरद पूर्णिमा पर सेवायत द्वारा दर्शन में की गई मनमानी की चर्चा जरूरी है। सेवायतों के बैठक में न आने पर कमेटी के सदस्य ने नाराजगी जताई। हाईपावर मैनेजमेंट कमेटी की बैठक मंगलवार शाम करीब साढ़े पांच बजे वृंदावन के शहीद लक्ष्मण स्मारक भवन में स्थित कार्यालय में हुई।

    कमेटी के अध्यक्ष हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश अशोक कुमार ने 29 सितंबर को मंदिर में दर्शन का समय बढ़ाने के आदेश को सेवायतों द्वारा नकारे जाने पर चर्चाा की।

    इसके साथ ही शरद पूर्णिमा पर सुबह शृंगार आरती के दौरान सेवायत द्वारा आरती गर्भगृह में करने और करीब पौन घंटे देरी से दर्शन खोलने के कारण श्रद्धालुओं को शृंगार आरती के दर्शन नहीं हुए। लेकिन चर्चा के अलावा किसी ठोस निर्णय पर कमेटी नहीं पहुंची। बैठक में चार सेवायतों को भी सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।

    इनमें दिनेश गोस्वामी, शैलेंद्रनाथ गोस्वामी व विजय कृष्ण गोस्वामी बैठक में नहीं पहुंचे। केवल श्रीवर्धन गोस्वामी ही शामिल हुए। कमेटी अध्यक्ष ने कहा कि स्कूल के बच्चों जैसा बहाना बनाकर सेवायत बैठक से दूर रहे। सेवायतों ने बैठक शुरू होने से चंद मिनट पहले ही बैठक में न आ पाने की जानकारी दी है।

    अध्यक्ष ने कहा कि कमेटी का गठन सुविधा के लिए हुआ है। कमेटी के सदस्य शैलेंद्र गोस्वामी ने कमेटी पर दबाव डालकर हस्ताक्षर करवाने की बात कही, जो कि पूरी तरह निरर्थक है। हमें ठाकुरजी की सेवा और श्रद्धालुओं की सुविधा में काम करना है।

    उन्होंने कहा कि सेवायत कहते हैं कि दर्शन का समय बढ़ने से ठाकुर जी के विश्राम में व्यवधान होगा। लेकिन, ठाकुरजी कभी थकते नहीं हैं। वे तो हमेशा भक्तों का उद्धार करते हैं। सेवायतों को ऐसा जीवन मिला है कि दुनिया के आराध्य ठाकुर बांकेबिहारीजी की सेवा का मौका मिला है। उन्हें ठाकुरजी की सेवा मर्यादापूर्वक और भक्तिभाव के साथ करनी चाहिए।

    सेवायत अपनी हठधर्मिता छोड़ें और ठाकुरजी व उनके भक्तों की सुविधा के लिए भाव से ठाकुरजी की सेवा करें। बैठक में मंदिर की गुल्लक खोलने की प्रक्रिया, मंदिर के बंद कमरों को खोलने, अधूरे पड़े निर्माण में अनियमितताओं की जांच को तीन सदस्यीय समिति का गठन करने के साथ मंदिर गलियारा के लिए उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा तैयार प्रोजेक्ट पर चर्चा हुई।

    कमेटी के सदस्य सेवानिवृत्त जिला जज मुकेश मिश्रा, जिला जज विकास कुमार, डीएम सीपी सिंह, एसएसपी श्लोक कुमार, सिविल जज शिप्रा दुबे, नगर आयुक्त जग प्रवेश, विप्रा उपाध्यक्ष श्यामबहादुर सिंह, पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की अधीक्षक डा. स्मिता एस कुमर, श्रीवर्धन गोस्वामी मौजूद रहे।

    हाईप्रेशर की वजह से डाक्टर ने और अधिक प्रेशर न लेने की सलाह दी है। समिति के आदेशों का पालन सेवायतों ने नहीं किया। लेकिन जनता ने मुझे टेंशन में ले दिया है। मेरी तबीयत बिगड़ गई। इसलिए मैं बैठक में नहीं गया।

    -दिनेश गोस्वामी, सदस्य सेवायत, हाईपावर मैनेजमेंट कमेटी।