भाईदूज के बाद से बदल जाएगा ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन का समय, भोगराग में भी होगा ये बदलाव
वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर में दीपावली 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी। भाईदूज के बाद दर्शन समय बदलेगा। ठाकुरजी को पंचमेवा, केसर अधिक और तरल पदार्थ कम दिए जाएंगे। मोटे वस्त्र धारण करेंगे, फूलमालाएं कम होंगी, मोती के हार अर्पित होंगे। पुराने नियम अनुसार, सुबह 8:45 से दोपहर 1 बजे तक और शाम को 4:30 से रात 8:30 तक दर्शन होंगे। सर्दी में केसरयुक्त दूध और सूखे मेवे अर्पित किए जाएंगे।

संवाद सहयोगी, वृंदावन। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दीपावली का उत्सव 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। दीपावली के बाद भाईदूज से ठाकुर जी के दर्शन का समय भी बदलेगा। ठाकुरजी को अब भोग में पंचमेवा, केसर की मात्रा में वृद्धि कर दी जाएगी। दूध, दही व तरल पदार्थों में कमी कर दी जाएगी। ठाकुरजी अब मोटे कपड़े की पोशाक धारण करेंगे,फूलमाला से भी अब परहेज करेंगे।
ठाकुरजी को फूलों की माला की जगह मोती के हार अर्पित किए जाएंगे। ठाकुरजी के दर्शन समय में भी बदलाव हो जाएगा। भाई दूज से ठाकुरजी के समय बदलाव में अगर पुराने नियम को ही माना गया तो सुबह 8.45 बजे दर्शन खुलेंगे तो दोपहर एक बजे मंदिर के पट बंद होंगे और शाम को साढ़े चार बजे दर्शन खुलकर रात साढ़े आठ बजे तक ही दर्शन समय तय रहेगा।
सर्द मौसम के चलते ठाकुरजी के भोग व पोशाक में बदलाव होगा तो केसरयुक्त दूध, पंचमेवा के अलावा भोग में सूखे मेवा की मात्रा बढ़ाई जाएगी। सनील के वस्त्र धारण कराए जा रहे हैं, ताकि मौसम के अनुरूप ठाकुरजी को ठंड का प्रभाव न हो सके।
मंदिर सेवायत श्रीनाथ गोस्वामी ने बताया कि मौसम में बदलाव के साथ ही ठाकुरजी की राग और भोग सेवा में बदलाव करने की परंपरा है। काजू, बादाम, चिलगोजा, पिस्ता समेत पंचमेवा का भोग लगाया जाएगा। सर्दी का प्रभाव और बढ़ने पर केसरयुक्त गर्म दूध और खीर के साथ केसर का हलवा, जिसमें पंचमेवा की मात्रा में बढ़ाई जाएगी।
दर्शन समय में हाेगा बदलाव
पुराने दर्शन समय के अनुसार अब समय परिवर्तन होता है तो दीपावली के बाद भाई दूज 23 अक्टूबर से मंदिर के पट सुबह 8.45 बजे खुलकर दोपहर एक बजे बंद होंगे। शाम को साढ़े चार बजे पट खुलेंगे और रात को शयन आरती के बाद साढ़े आठ बजे मंदिर के पट बंद हो जाएंगे। उच्च प्रबंधन समिति द्वारा निर्धारित समय से यदि पट खुलेंगे तो सुबह आठ से दोपहर एक बजकर 30 मिनट तक पट खुलेंगे। शाम को चार बजे से रात नौ बजे तक मंदिर के पट खुलेंगे।
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