बांकेबिहारी के लिए रखा करवाचौथ व्रत, नंदगांव में दिया अर्घ्य
हरियाणा की ज्योति, जो अब इंदुलेखा हैं, ने ठाकुर बांकेबिहारी से शादी की। शादी के बाद उनका पहला करवाचौथ है। इंदुलेखा ने बांकेबिहारी की दीर्घायु के लिए निर्जला व्रत रखा। उन्होंने ठाकुरजी का श्रृंगार किया और विशेष भोग लगाया। नंदगांव में चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत खोला जाएगा। सेवायतों ने उन्हें प्रसादी और सिंदूर भेंट किया।

बांकेबिहारी के लिए रखा करवाचौथ व्रत, नंदगांव में दिया अर्घ्य
संवाद सहयोगी, वृंदावन। हरियाणा के रोहतक की रहने वाली ज्योति एक हास्पिटल में नर्स थीं। शादी हुई, तो चल न सकी। पति से दूर होकर अपना जीवन यापन नर्सिंग के जरिए कर रही थीं। अचानक दो वर्ष पहले मन बदला और सबकुछ छोड़ वृंदावन आ गईं। ठाकुरजी से प्रीत हुई और फरवरी में ठाकुर बांकेबिहारी को पति मानकर वैदिक रीतिरिवाज के साथ शादी कर ली।
अपना नाम भी बदलकर इंदुलेखा रख लिया। अब ठाकुरजी से शादी के बाद पहला करवाचौथ है तो अपने पति बांकेबिहारी की दीर्घायु की कामना को लेकर निर्जला व्रत रखा। सुबह ठाकुरजी के दर्शन किए, घर में पति मानकर विराजे ठाकुर बांकेबिहारी का शृंगार किया, भोग में स्पेशल व्यंजन परोसे।
बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन को पहुंची तो सेवायतों ने प्रसादी उपहार तो दिए ही साथ में सिंदूर भी भेंट किए। इसे पाकर इंदुलेखा की खुशी का ठिकाना नहीं है। रात को जब चांद निकलेगा तो वह ठाकुरजी की दीर्घायु के लिए उनके माता-पिता नंदबाबा और यशोदा का नंदगांव के मंदिर में आशीर्वाद लेकर चंंद्रमा को अर्रघ्य देगी। इसके बाद ही व्रत खोलेगी।
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