कर्ज से परेशान था टेंपो चालक, पत्नी व तीन बच्चों संग पीया विषाक्त पदार्थ, पति की मौत
मथुरा में कर्ज से परेशान एक टेंपो चालक ने पत्नी और तीन बच्चों के साथ जहर खा लिया। पति की मौत हो गई, पत्नी की हालत गंभीर है, बच्चे खतरे से बाहर हैं। दबंग द्वारा कर्ज के लिए पीटने और टेंपो छीनने से आहत होकर योगेश ने यह कदम उठाया। आर्थिक तंगी से जूझ रहा था परिवार।

जागरण संवाददाता, मथुरा। कर्ज से परेशान एक टेंपो चालक ने मंगलवार रात पत्नी को विषाक्त पदार्थ का सेवन कराकर खुद भी खा लिया। गिलास में बची हुई कुछ विषाक्त की कुछ बूंदें देख तीन बच्चों ने भी पी लिया। देर रात माता-पिता की हालत बिगड़ने पर बच्चे नींद से जागे तो शोर मचाया।
शोर सुनकर पहुंचे पड़ोसियों ने अस्पताल में भर्ती कराया। यहां से दंपती को आगरा के एसएन मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। बुधवार सुबह टेंपो चालक ने दम तोड़ दिया। पत्नी की हालत चिंताजक है। हालांकि तीनों बच्चे खतरे से बाहर हैं।
हाथरस के सादाबाद महावतपुर निवासी 38 वर्षीय योगेश मथुरा में टेंपो चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते थे। वह पत्नी रेनू, तीन बच्चे 12 वर्षीय मानसी, आठ वर्षीय गिरधर और 10 वर्षीय एक बेटी के साथ रिफाइनरी थाना क्षेत्र के टाउनशिप की राधा विहार कालोनी में किराए के मकान में रहते थे।
भाई मोनू ने बताया कि मंगलवार दोपहर टाउनशिप क्षेत्र के आजमपुर गांव में एक दबंग ने कर्ज को लेकर योगेश से मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद भाई का टेंपो छीन लिया। इससे दुखी होकर योगेश रात साढ़े 10 बजे घर पहुंचे। उन्होंने पत्नी रेनू को पूरी बात बताई। फिर गिलास में विषाक्त पदार्थ को घोलकर पत्नी पर पीने का दबाव बनाया।
पत्नी के मना करने पर गोली मारने की धमकी दे दी। पत्नी के निगलने के बाद पति ने भी विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया। बेटी मानसी ने बताया कि मम्मी-पापा के बाद तीनों बच्चों ने भी पानी में घुले विषाक्त की कुछ बूंदें पीं। इससे उन्हें नींद आ गई। रात दो बजे करीब मम्मी-पापा की तबीयत बिगड़ गई। मुंह से झाग निकलने लगा।
चीख सुनकर नींद से जागे बच्चों ने पड़ोसियों के पास जाकर मदद की गुहार लगाई। इसी मकान में रहने वाले पड़ोसियों ने जब कमरे में जाकर देखा तो दंपती के मुंह से झाग निकल रहा था। उन्होंने पुलिस को सूचना देकर सभी को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां दंपती की हालत को गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने आगरा रेफर कर लिया। बुधवार सुबह आठ बजे इलाज के दौरान योगेश ने दम तोड़ दिया।
पत्नी की हालत चिंताजनक बनी है। वहीं तीनों बच्चों की तबीयत प्राथमिक उपचार के बाद खतरे से बाहर बताई जा रही है। सीओ रिफाइनरी श्वेता वर्मा ने बताया कि कर्ज से परेशान होकर दंपती ने जहरीले पदार्थ का सेवन किया था। पत्नी की हालत ठीक होने के बाद उनके बयान दर्ज करके आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रुपये के अभाव में निजी अस्पताल में नहीं किया भर्ती
विषाक्त पदार्थ के सेवन के बाद गंभीर हालत में पुलिस दंपती को लेकर हाईवे स्थित एक निजी अस्पताल में पहुंची। आरोप है कि रुपये के अभाव में अस्पताल प्रशासन ने उनको भर्ती करने से मना कर दिया। इसके बाद पुलिस ने दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से आगरा भेज दिए गए।
मृतक के छोटे भाई मोनू ने बताया कि घटना की जानकारी होने पर वे इलाज के लिए गांव से रुपये लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक भाई को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था।
घर की हालत दयनीय, रसोई में मसाले तक नहीं
आटो चालक योगेश की आर्थिक स्थिति काफी खराब चल रही थी। इसको लेकर वह कर्ज से घिर गया। किराए के मकान में उसके घर की रसोई में खाना बनाने के मसाले तक नहीं थे। पड़ोसियों ने बताया कि उनको नहीं पता था कि योगेश इतना बड़ा कदम उठा लेगा।
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