Mathura News: 21 करोड़ की ठगी के सरगना अभिषेक चौधरी के ठाठ, फेसबुक अकाउंट पर कैबिनेट मंत्री लिखकर जमाए था रौब
मथुरा में गोमाता ट्रस्ट के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले मुख्य सरगना अभिषेक चौधरी के पुलिस करीब पहुंच गई है। पुलिस ने कई खातों को सील कर दिया है जिनमें करोड़ों रुपये थे। मंत्री के रिश्तेदार अभिषेक चौधरी ने फर्जी खाते खुलवाकर 21 करोड़ रुपये की ठगी की। पुलिस जल्द ही गिरोह का पर्दाफाश करेगी।

जागरण संवाददाता, मथुरा। गोमाता ट्रस्ट बनाकर फर्जी तरीके से करोड़ों रुपये की आनलाइन ठगी करने वाले मुख्य सरगना अभिषेक चौधरी के करीब तक पुलिस पहुंच गई है। उसकी घेराबंदी शुरू कर दी गई है।
वहीं ठगी के गिरोह के जुड़े अन्य सदस्यों का नाम सामने आने पर वे भूमिगत हो गए हैं। पुलिस की पांच टीमें आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान के साथ मध्य प्रदेश के कई स्थानों पर तलाश कर रही हैं। छह खातों में करोड़ों रुपये पहुंचने पर पुलिस ने खातों को बंद करा दिया है।
फर्जी तरीके से करोड़ों रुपये की ऑनलाइन ठगी करने का प्रकरण
पुलिस का मनाना है कि मुख्य सरगना की गिरफ्तारी के बाद ऑनलाइन ठगी के बड़े गिरोह के नेटवर्क का राजफाश होगा। गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के रिश्तेदार अभिषेक चौधरी ने अपने साथियों के साथ मिलकर गोमाता ट्रस्ट के नाम से कैंट शाखा की एसबीआइ में फर्जी खाता और उसमें देश भर के लोगों से ठगी के रुपये डलवाने लगा था।
डेढ़ महीने में ही खाते में 21 करोड़ रुपये आ गए। इसमें से 20 करोड़ 93 लाख रुपये दूसरे खाते में डालकर निकाल लिए गए थे। लिमिट से ज्यादा ट्रांजेक्शन होने पर साइबर पुलिस ने पड़ताल की तो ठगी के नेटवर्क खुलकर सामने आ गया।
गिरफ्तारी के बाद ठगी के बड़े गिरोह के नेटवर्क का होगा राजफाश
पुलिस ने हाईवे थाने के लक्ष्मीपुरम निवासी गौतम उपाध्याय और मूल रूप से बलदेव के नगला बैर व लक्ष्मीपुरम निवासी बलदेव सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इनसे पूछताछ के बाद गिरोह के मुख्य सरगना अभिषेक चौधरी के साथ पांच नाम और सामने आ गए।
एसएसपी ने दी जानकारी
एसएसपी श्लोक कुमार के निर्देशन में एसओजी, स्वाट, सर्विलांस, साइबर सेल और साइबर थाने की पुलिस गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए तलाश शुरू कर दी। टीम ने दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान के साथ मध्य प्रदेश के कई संदिग्ध स्थानों पर दबिशें दी। पुलिस गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री के रिश्तेदार व मुख्य सरगना के नजदीक पहुंच गई है। पुलिस एक से दो दिन में उसे गिरफ्ता कर सकती है। गिरोह से जुड़े अन्य सदस्य भूमिगत हो गए हैं।
मुख्य सरगना के पकड़े जाने के बाद पुलिस ठगी के गिरोह के बड़े नेटवर्क का राजफाश कर सकती है। वहीं छह खातों में आए करोड़ों रुपये के ट्रांजेक्शन के बाद इन खातों को बंद करा दिया गया है। सीओ साइबर सेल गुंजन सिंह ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीमों की दबिशें जारी हैं। जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
कमीशन के लिए युवकों को दिए थे ढाई लाख रुपये
फर्जी तरीके से करोड़ों रुपये की आनलाइन ठगी करने के प्रकरण में पकड़े गए गौतम उपाध्याय और बलदेव सिंह ने बताया कि उनके नाम से खाता खुलवाने पर अभी तक दो लाख 30 हजार रुपये दिए गए थे। मुख्य सरगना ने कहा था कि महीने में कमीशन की पूरी रकम दी जाएगी। लेकिन पहले ही पकड़ लिए गए।
मुख्य सरगना फेसबुक अकाउंट पर कैबिनेट मंत्री लिखकर जमाए था रौब
मंत्री के रिश्तेदार अभिषेक चौधरी ने रौब जमाने के लिए अपने फेसबुक अकाउंट पर गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के साथ खड़े होकर फोटो लगाए है। साथ ही फेसबुक पेज के अपने प्रोफाइल पर कैबिनेट मिनिस्टर उत्तर प्रदेश बीजेपी सरकार लिख रखा था। मंत्री का नाम और रिश्तेदारी के कारण पुलिस अधिकारी भी पूर्व में कोई कार्रवाई करने से कतराते थे।
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