Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Yamuna Water Lavel: यमुना नदी फिर उफान पर, शेरगढ़-नौहझील मार्ग पर पानी भरने के बाद आवागमन बंद

    Updated: Mon, 18 Aug 2025 03:52 PM (IST)

    पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश और बैराज से पानी छोड़े जाने से यमुना का जलस्तर बढ़ गया है। यमुना का जलस्तर चेतावनी स्तर से ऊपर बह रहा है जिससे मथुरा में अलर्ट जारी किया गया है। नौहझील-शेरगढ़ मार्ग पर पानी भरने से यातायात बाधित है और खेतों में पानी भरने से फसलें डूब गई हैं। सिंचाई विभाग लगातार जलस्तर की निगरानी कर रहा है।

    Hero Image
    यमुना का पानी सड़क पर आने से बंद किया रास्ता।

    जागरण संवाददाता, मथुरा। पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही वर्षा व बैराज से बहुतायत में छोड़े जा रहे पानी से यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है। रविवार की दोपहर यमुना खादर में पानी भरने लगा है। शेरगढ़-नौहझील मार्ग पर पानी भर जाने से आवागमन को रोक दिया गया। यमुना का जलस्तर चेतावनी निशान से .34 मीटर ऊपर बह रहा है। इसको देखते हुए प्रशासन ने जिले में अलर्ट जारी कर दिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रविवार दोपहर तक ताजेवाला, ओखला बांध से छोड़ा गया तीन गुणा पानी

    रविवार दोपहर दो बजे तक ओखला व ताजेवाला बैराज से 19 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जलस्तर बढ़कर 165.54 मीटर पहुंच गया, जो चेतावनी स्तर 165.20 मीटर से अधिक है। यमुना नदी में प्रयाग घाट पर खतरे का निशान 166 मीटर पर है। यमुना में एक बार फिर जलस्तर बढ़ने से नौहझील-शेरगढ़ मार्ग पर पानी भर गया। इस पर पुलिस प्रशासन ने आवागमन बंद कर दिया।

    चेतावनी निशान से .34 मीटर ऊपर बह रही यमुना नदी, शेरगढ़-नौहझील मार्ग पर भरा पानी, आवागमन किया बंद

    थानाध्यक्ष नौहझील सोनू कुमार ने बताया सुरक्षा की दृष्टि से किसी वाहन या राहगीर को यहां से गुजरने नहीं दिया जा रहा है। सुरीर क्षेत्र के ओहावा और सुल्तानपुर गांवों के खेतों में पानी भर गया है। खादर की फसलें पांच किलोमीटर तक डूब चुकी हैं। बैकुंठी घाट मार्ग पर पानी भरने से ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने मांट, बलदेव, फरह, अकोस और वृंदावन-मथुरा के डूब क्षेत्रों को अलर्ट पर रखा है।

    अब तक की स्थिति

    • 24 घंटे में 19 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया यमुना नदी में।
    • 15 लाख क्यूसेक पानी गोकुल बैराज से आगरा की तरफ छोड़ा।
    • 165.20 मीटर है यमुना नदी में चेतावनी का निशान।
    • 165.54 मीटर दर्ज पहुंच गया यमुना का जलस्तर।
    • 166 मीटर पर यमुना में खतरे का निशान।

    विभाग रख रहा है लगातार नजर

    सिंचाई विभाग लगातार जलस्तर की मॉनीटरिंग कर रहा है और गोकुल बैराज से आगरा की ओर लाखों क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। शहरी क्षेत्र में यमुना की खादर में भी पानी पहुंचने लगा है। आशंका है कि सोमवार की सुबह तक पानी आबादी में पहुंच जाएगा।