मऊ में बकरी को बचाने में ट्रेन से कटकर दादी-पोता की मौत, एक घायल
मऊ के मुहम्मदाबाद गोहना में एक दुखद घटना घटी, जहाँ बकरी को बचाने के प्रयास में एक दादी और पोते की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। एक अन्य महिला भी इस हादसे में घायल हो गई। घटना पश्चिमी फाटक के पास हुई, जहाँ मीला देवी अपने पोते अनुज और पड़ोसन सुभावती के साथ बकरियाँ चरा रही थीं।

जागरण संवाददाता, मुहम्मदाबाद गोहना (मऊ)। मुहम्मदाबाद गोहना के पश्चिमी फाटक के पास शनिवार को दोपहर डेढ़ बजे एक दुखद घटना में बकरी को बचाने के प्रयास में एक महिला और उसके पोते की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। घटना के समय एक अन्य महिला भी घायल हो गई। जैसे ही घटना की जानकारी मिली, स्वजन में कोहराम मच गया।
बरामदपुर मोहल्ला निवासी 55 वर्षीय मीला देवी अपने 5 वर्षीय पोते अनुज कुमार और पड़ोस की 60 वर्षीय महिला सुभावती देवी के साथ रेलवे लाइन के पास बकरी चरा रही थीं। अचानक बकरी रेलवे लाइन पर पहुंच गई। ट्रेन का हार्न सुनकर मीला देवी अपने पोते को लेकर बकरी को हटाने के लिए रेलवे लाइन की ओर दौड़ पड़ीं।
इसी दौरान गरीब नवाज एक्सप्रेस और क्लोन एक्सप्रेस एक साथ आ गईं। दोनों ट्रेनों को एक साथ देखकर सुभावती देवी शोर मचाते हुए दादी और पोते को बचाने के लिए दौड़ीं। लेकिन ट्रेन के हार्न की तेज आवाज के कारण उनकी आवाज दब गई।
जब तक सुभावती देवी दोनों को बचा पातीं, तब तक मीला देवी और अनुज कुमार ट्रेन की चपेट में आ गए। इस घटना में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। सुभावती देवी को भी साइड से टक्कर लग गई, जिससे वह रेलवे लाइन के बगल में गिरकर तड़पने लगीं।
घटना की जानकारी मिलते ही स्टेशन मास्टर सूर्यनाथ, आरपीएफ और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने घायल महिला को इलाज के लिए एंबुलेंस से सीएचसी में भर्ती कराया। वहीं, मृतकों के शव को रेलवे लाइन से हटाकर उनके स्वजनों को सूचना दी गई।
मृतक मीला देवी के दो पुत्र हैं, जिनमें से एक विदेश में और दूसरा जम्मू-कश्मीर में नौकरी करता है। इस घटना ने पूरे मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ा दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं रेलवे सुरक्षा की कमी को दर्शाती हैं, जिससे लोगों की जान जोखिम में पड़ती है।

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