फ्रेंच ओपन-2025 का पुरुष एकल खिताब किसने जीता... सीसीएसयू मेरठ की एमपीएड प्रवेश परीक्षा में पूछा गया सवाल
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ में एमपीएड प्रवेश परीक्षा कड़ी सुरक्षा के बीच संपन्न हुई। परीक्षा में खेल से जुड़े कई सवाल पूछे गए जिनमें फ्रेंच ओपन-2025 का पुरुष एकल खिताब किसने जीता जैसे प्रश्न शामिल थे। अभ्यर्थियों ने बताया कि पेपर आसान था और निगेटिव मार्किंग न होने के कारण उन्होंने सभी प्रश्न हल किए। बाहरी राज्यों से आए परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में परेशानी हुई।

जागरण संवाददाता, मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ यानी सीसीएसयू की एमपीएड प्रवेश परीक्षा-2025 रविवार को कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच संपन्न हुई। इस परीक्षा में खेल से संबंधित कई सवाल पूछे गए। इनमें एक सवाल फ्रेंच ओपन टूर्नामेंट को लेकर भी पूछा गया। यह सवाल था फ्रेंच ओपन-2025 का पुरुष एकल खिताब किसने जीता। विकल्प के रूप में चार खिलाड़ियों के नाम दिए गए थे। इनमें सही उत्तर कार्लोस अल्काराज का रहा।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ परिसर स्थित मान्यवर कांशीराम शोधपीठ को एमपीएड प्रवेश परीक्षा के लिए केंद्र बनाया गया था। इस केंद्र पर सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक एमपीएड प्रवेश परीक्षा हुई। परीक्षा में हल करने के लिए कुल 100 सवाल आए थे। उत्तर के रूप में चार विकल्प दिए गए थे, जिनमें से एक का चयन अभ्यर्थियों को करना था।
परीक्षा में यह पूछे गए सवाल
- पहले एशियाई खेल किस शहर में आयोजित किए गए थे, जिसका सही उत्तर नई दिल्ली 1951 रहा। दूसरा सवाल था पहले राष्ट्रमंडल खेल किस वर्ष आयोजित किए गए थे। सही उत्तर 1930 रहा। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस किस दिन मनाया जाता है। सही उत्तर 21 जून रहा।
- इनके अलावा पेरिस-2024 ओलंपिक में मनु भास्कर ने कितने पदक जीते थे।
- मानव शरीर की सबसे लंबी हड्डी कौन सी है। मानव शरीर में लगभग कितनी मांसपेशियां होती हैं।
- मानव हृदय में कितने कक्ष होते हैं। संवेग का सूत्र क्या है। यह सवाल भी पूछे गए थे।
- सीसीएसयू के मान्यवर कांशीराम शोधपीठ परीक्षा केंद्र से परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों का कहना था कि पेपर काफी आसान था। निगेटिव मार्किंग न होने के कारण उन्होंने सभी सौ सवाल हल किए।
बाहर से आने वाले अभ्यर्थियों को हुई परेशानी
एमपीएड प्रवेश परीक्षा में बाहरी राज्यों से आने वाले परीक्षार्थियों को काफी परेशानी हुई। उनका कहना था विश्वविद्यालय को एक अथवा दो परीक्षा केंद्र और भी बनाना चाहिए था। परीक्षा देने वालों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों के साथ ही दिल्ली, हरियाणा व राजस्थान राज्य से भी अभ्यर्थी शामिल थे। इन सभी का कहना था कि नोएडा अथवा गाजियाबाद में भी एक अथवा दो परीक्षा केंद्र होने चाहिए थे। वहां तक पहुंचना उनके लिए काफी आसान होता।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।