'हैलो आपका पार्सल आया है...', महिला को किसने भेजा था गिफ्ट जो डरकर डिजिटल अरेस्ट का बन गई शिकार, 25 लाख गंवाए
मेरठ में साइबर ठगों ने एक महिला और एक युवक को डिजिटल अरेस्ट कर 25 लाख रुपये की ठगी की। महिला को पार्सल में आपत्तिजनक सामान मिलने की धमकी देकर 15 लाख रुपये वसूले गए, जबकि युवक को लॉटरी में गबन का आरोप लगाकर 10 लाख रुपये ठगे गए। एक अन्य मामले में ट्रेडिंग के नाम पर भी ठगी हुई। पुलिस ने मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। एक महिला से एक युवती ने फोन कर पहले दोस्ती की। फिर उसे एक पार्सल भेजने का झांसा दिया। इसी बीच पुलिस ने पार्सल पकड़े जाने व उसमें आपत्तिजनक वस्तु मिलने की धमकी देकर महिला को डराया। उसे घर में ही नौ दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर अपने खाते में 15 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। महिला ने बाद में पति को घटना की जानकारी दी तो उन्होंने साइबर थाने आकर घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई है।पुलिस जांच कर रही है।
भोला रोड निवासी नवनीत कुमार ने बताया कि उसकी पत्नी के पास दो माह पहले एक फोन आया। काल करने वाली महिला ने उसे अपनी बातों में फंसाया और दोस्ती कर ली। विदेश में रहने वाली महिला ने उसे कीमती उपहार भेजने की बात कही। ग्रामीण परिवेश की महिला ने हां कर दी।
27 सितंबर को महिला के पास फोन आया कि उसके नाम एक पार्सल आया है। उसमें ड्रग्स व अन्य आपत्तिजनक सामान है। उसे धमकी दी गई कि उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। पुलिस उसे पकड़ने आ रही है। उसे डिजिटल अरेस्ट कर लिया। महिला ने रोते हुए विनती की। फोन करने वाले पुलिस अधिकारी ने किसी से नहीं बताने व फोन आन रखने को कहा।
बात नहीं मानने पर पति व बच्चों को भी गिरफ्तार करने की धमकी दी। इसके बाद महिला से इस मामले को निपटाने का झांसा देकर नौ दिन तक 15 लाख रुपये खाते में ट्रांसफर कराए गए। डरी महिला ने रुपया सगे संंबंधियों से लेकर दिया लेकिन किसी को घटना की जानकारी नहीं दी। रुपया वसूलने के बाद फोन बंद हुए तो पत्नी ने एक दिन पूरा किस्सा नवनीत काे बताया।
उसने पत्नी का बताय कि उसके साथ साइबर ठगी हुई है। नवनीत की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एक अन्य मामले में रजबन छोटा बाजार निवासी दिलशाद आलम के पास अतुल चौधरी के नाम से काल आई। बताया गया कि उसके मोबाइल से लाटरी का गबन किया गया है।
उसे फोन पर डराया धमकाया गया। कभी सीबीआइ तो कभी क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर उसके गिरफ्तार करने की धमकी दी। फिर उसके वीडियो काल कर 9 व 10 अक्टूबर तक डिजिटल अरेस्ट रखा गया। इस मामले से पीछा छुड़ाने को उससे दो बार में दस लाख रुपये वसूले गए।फिर साइबर ठगों ने फोन बंद कर दिया।
एक अन्य मामले में साइबर ठगों ने नूर नगर गार्डन निवासी अनवर जावेद से ट्रेडिंग के नाम पर झांसा देकर 10.37 लाख रुपये इंवेस्ट कराए। ट्रेडिंग अकाउंट में प्राफिट आने पर जब उसने रुपया निकालने का प्रयास किया तो खाता फ्रीज मिला। उसे तीन लाख रुपये खाता खुलवाने को कहा तो उसे ठगी का अहसास हुआ। अनवर ने थाना साइबर क्राइम पर रिपोर्ट दर्ज कराई है। थाना पुलिस दिए मोबाइल नंबर व खातों के आधार पर आरोपितों की पहचान कर उन तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।

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