...तो इस वजह से अचानक साढ़े पांच गुना बढ़ गया हवाई जहाज का किराया, 3 हजार की जगह देने पड़ रहे 17000
शालीमार एक्सप्रेस के रद्द होने से जम्मू-कश्मीर घूमने गए पर्यटकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। मेरठ के 11 लोगों को फ्लाइट से लौटना पड़ा जिसके लिए उन्होंने अधिक किराया दिया। कश्मीर में मौसम सुहाना है लेकिन आतंकी घटनाओं के चलते पर्यटकों की संख्या कम हो गई है जिससे होटलों के किराये आधे हो गए हैं।

जागरण संवाददाता, मेरठ। शालीमार एक्सप्रेस निरस्त होने से जम्मू और कश्मीर गए सैलानियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कंकरखेड़ा गोविंदपुरी से 11 लोगों को ट्रेन निरस्त होने से फ्लाइट का सहारा लेना पड़ा। हवाई जहाज का जो किराया आमतौर पर तीन हजार रुपये उसके लिए 17 हजार रुपये देने पड़े।
सिमरन ने बताया कि सोमवार को उनकी ट्रेन जम्मू से थी। कंकारखेड़ा गोविंदपुरी के सिमरनजीत सिंह, जगजीत, जसपाल सिंह, कनिका, हरजोत और खतौली के राजीव ग्रोवर 26 अगस्त को मेरठ से शालीमार एक्सप्रेस से जम्मू के लिए रवाना हुए थे। यहां से वह पहलगाम, गुलमर्ग, सोन मर्ग गए।
बारामूला में गुरु हरगोविंद सिंह साहिब के पांच गुरुद्वारों में मत्था टेका। जगजीत ने बताया कि शालीमार एक्सप्रेस से थर्ड एसी का रिजर्वेशन था। लेकिन ट्रेन निरस्त होने से हवाई जहाज का टिकट बुक कराना पड़ा। ट्रेन और सड़क मार्ग अवरुद्ध होने से हवाई जहाज के किराए में कंपनियों ने बेतहाशा वृद्धि कर दी है। श्रीनगर से दिल्ली का एक टिकट 17 हजार रुपये का पड़ा।
एनसीआर में बरसात श्री नगर में खिली धूप
सिमरन ने बताया कि पूरे कश्मीर और श्री नगर में मौसम काफी अच्छा है। रविवार को जब मेरठ में बरसात हो रही थी वह लाल चौक में घूम रहे थे वहां पर गुनगुनी धूप खिली थी। मुगलगार्डन का दृश्य भी बेहद मनोरम था।
बताया कि आतंकी घटना के बाद कश्मीर में पर्यटक कम आ रहे हैं इसलिए होटलों का किराया आधा हो गया है। जहां पर आतंकी घटना हुई थी वह इलाका बंद है। पूरे इलाके जगह जगह सेना के जवान तैनात हैं।
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