साहब... मकान बेटियों को देना, पत्नी को सजा देंगे अल्लाह, जान मोहम्मद ने आत्महत्या से पहले VIDEO में क्या-क्या कहा?
मेरठ में जान मोहम्मद नामक एक व्यक्ति ने पत्नी और ससुराल वालों के कथित उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले बनाए गए वीडियो में उसने अपनी पत्नी पर उसे बर्बाद करने और ससुराल वालों पर झूठे आरोप लगाने का आरोप लगाया। उसने आर्थिक तंगी और बेटी की शादी में ससुराल वालों द्वारा मदद न करने की बात भी कही।

जागरण संवाददाता, मेरठ। साहब...मेरी बीबी ने सब कुछ बर्बाद कर दिया। हमारे पांच बेटियां है। कोई बेटा नहीं है। मैंने पत्नी के इलाज के लिए टैम्पों भी बेच दिया। सब कुछ खर्च कर दिया। अब वह भाइयों के चक्कर में आ गई। घर छोड़कर चली गई है।
तेजाब पिलाने का फर्जी आरोप लगा रहा है।मकान अपने नाम करने को कह रही है। जो बीस साल मेरे साथ रही, मेरी नहीं हुई तो वह बेटियों की क्या होगी ? मैं कैसे इसके नाम मकान कर दूं।अल्लाह मेरी बीबी को सजा देगा।
जान मोहम्मद ने आत्महत्या से पहले 4 मिनट 21 सेकेंड, पांच मिनट व 3 मिनट 40 सेकेंड की तीन वीडियो बनाई। इसमें उसने पत्नी व ससुरालियों के उत्पीड़न की पूरी दास्तां सुनाई है। वह कह रहा है, एक बेटी की शादी पिछले माह 24 तारीख को की है। मैं एक इज्जतवाला आदमी हूं।
पत्नी की देखभाल में पिछले ढाई महीने में अपना सबकुछ लगा दिया। मेरे मोहल्ले वालों ने शादी में बहुत साथ दिया। बेटी की शादी तक में मैं अपनी पत्नी की देखभाल में अस्पताल में लगा रहा, उसे दिल्ली सफरदगंज में लेकर गया। 4 मिनट 21 सेकेंड के दूसरे वीडियो में जान मोहम्मद ने कहा, मैं बेगुनाह हूं, मैं आप सभी से माफी मांगता हूं लेकिन मैं मजबूर हूं।
मेरी घरवाली और मेरे साले जो मेरे साथ कर रहे हैं, मैं मजबूर हूं। साहब मैं अपने पूरे होश में ये गवाही दे रहा हूं। वो लोग मकान मांग रहे हैं कि मकान मेरे बेटे के नाम कर दें। तो हम अपनी बहन को यहां भेज देंगे। अगर मैं ये मकान सालों को दे दूंगा, तो मेरी बेटी कहां जाएंगी।
मैं तो पहले ही लूटकर बर्बाद हो गया हूं। पत्नी का मैंने ढाई महीने इलाज कराया है। उसके इलाज के लिए मैंने ये मकान गिरवी रखा है, मेरा टैम्पो भी बिक गया है। जो पैसे थे। वो सब खत्म हो गए। मेरे साथ नाइंसाफी और गलत हो रहा है। अब जीने को मन नहीं करता।
मैं ये दुनिया छोड़कर जा रहा हूं। मेरे बाद में मेरा मकान मेरी बेटियों का होना चाहिए, और किसी का ये मकान नहीं होना चाहिए। ससुराल वालों ने थाने में रिपोर्ट की थी। मेरे पास थाने से मैडम का फोन आया था। मैं थाना-कचहरी नहीं जानता।
मेरे साले ये काम करवा रहे हैं। आज से 14 साल पहले इन्होंने अपनी एक बहन को जहर देकर मार दिया था। उसका नाम रेशमा था। लेकिन मेरे साले मेरे साथ सही नहीं कर रहे। मेरी बेटियों का क्या होगा। न उस मां ने सोचा न उनके मामाओं ने बेटियों के बारे में सोचा है। 3 मिनट 5 सेकेंड के आखिरी वीडियो में जान मोहम्म्मद कह रहा है।
मेरी बेटी की शादी में मेरे सालों ने कोई मदद नहीं की है। जब मेरी पत्नी ने पैसे मांगे तो मेरी पत्नी को भड़का दिया। मैक्स अस्पताल में बयान दे दिया कि मैंने खुद तेजाब पिया है। पति से परेशान होकर ऐसा किया है। मैं अपनी पत्नी से कहता था, शहनाज तुझे कुछ हो गया, तो मैं जी नहीं पाऊंगा। हम दोनों में इतनी मोहब्बत थी।
मैं तो मर ही गया, शहनाज तूने सब खत्म कर दिया। इस मकान पर शहनाज का भी हक नहीं है। जान मोहम्मद (40) अपनी मां, पत्नी, पांच बेटियों, चारों भाइयों और उनके परिवार के साथ रहते थे। सबसे बड़े भाई का नाम आस मोहम्मद, दूसरे नंबर पर जान मोहम्मद था। तीसरे नंबर पर मानु और चौथा सबसे छोटा भाई रहीस है। जान मोहम्मद की शादी 20 साल पहले जलालाबाद मुरादनगर की रहने वाली शहनाज के साथ हुई थी।
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