Meerut : 17 बच्चों को घर छोड़ने जा रही स्कूली बस में अचानक लगी आग, मौके पर मची अफरातफरी
Meerut News मेरठ में सेंट पैट्रिक्स एकेडमी की बस में आग लगने से अफरातफरी मच गई। दिल्ली-देहरादून हाईवे पर परतापुर थाने के पास हुई घटना में बस के इंजन में शॉर्ट सर्किट से आग लगी। चालक ने शिक्षक की मदद से 17 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। दमकल की गाड़ी ने आधे घंटे में आग पर काबू पाया।

जागरण संवाददाता, मेरठ। रुड़की रोड पर स्कूली बच्चों से भरी वैन पलटने की घटना को अभी लोग भूल नहीं पाए थे कि बुधवार को सेंट पैट्रिक्स एकेडमी की अनुबंधित बस में भीषण आग लग गई। बस में सवार 17 बच्चे, एक शिक्षिका, हेल्पर और चालक सभी सकुशल हैं। बस में धुआं उठते ही चालक ने सूझबूझ दिखाई और बस को रोककर बच्चों को सुरक्षित उतार दिया था। बस धू-धू कर जलने लगी। दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया, बस पूरी तरह से जल गई।
43 बच्चों को लेकर बस स्कूल से चली
गढ़ रोड के मुरारीपुरम निवासी सारिका गुप्ता पत्नी मयंक गुप्ता की एक सीएनजी बस है। सारिका की बस का अनुबंध दिल्ली-दून हाईवे स्थित सेंट पैट्रिक्स एकेडमी से है। बस का परमिट भी है। इस बस में दिल्ली रोड की कालोनियों के बच्चे स्कूल आते-जाते हैं। बुधवार को दोपहर 1:50 बजे स्कूल की छुट्टी हुई। करीब दो बजे 43 बच्चों को लेकर बस स्कूल से चली। बस पर धीर सिंह निवासी डूंगरावली चालक और कताई मिल निवासी देवेंद्र हेल्पर है। बस में शिक्षिका शैली निवासी शिवशक्ति भी मौजूद थीं। बस परतापुर से शारदा रोड की ओर आ रही थी। इससे पहले 26 बच्चे उतर चुके थे।
बस के इंजन से चालक ने धुआं उठता देखा
शारदा रोड, देवलोक कालोनी, सरस्वती लोक, शताब्दीनगर और सूर्य पैलेस के 17 बच्चों बस में थे। करीब ढाई बजे परतापुर थाने के समीप बस के इंजन से चालक ने धुआं उठता देखा। इससे शिक्षिका शैली घबरा गईं। चालक ने बस को परतापुर थाने के समीप रोककर सभी बच्चों को उतार दिया। बच्चों को थाने की महिला हेल्प डेस्क पर बैठाया गया। चालक, हेल्पर और शिक्षिका भी उतर गईं।
परतापुर थाने से दौड़ा स्टाफ
इंजन से आग की लपटें उठने लगीं। परतापुर थाने से स्टाफ दौड़ा। दमकल को सूचना दी गई। परतापुर फायर स्टेशन से दमकल की गाड़ी पहुंची और आग पर काबू पाया। सड़क पर बस जलने से दोनों तरफ का यातायात रुक गया। काफी लोग वीडियो बनाने लगे थे। इंस्पेक्टर सतवीर अत्री ने बताया कि बस में सवार सभी हो सुरक्षित उतार लिया गया था।
सीएफओ सुरेंद्र सिंह का कहना है कि प्रारंभिक जांच में शार्ट सर्किट की वजह से ही बस में धुआं उठा। बस सीएनजी से चालित थी, इस कारण आग भड़क गई। गनीमत रही कि चालक और शिक्षिका ने सूझबूझ का परिचय दिया और बच्चों को उतार लिया था। घटना जांच के लिए टीम बना दी गई।
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सेंट पैट्रिक्स एकेडमी के ट्रांसपोर्टर अमित कुमार ने बताया कि बच्चों ने जलती बस नहीं देखी, उन्हें बताया भी नहीं गया था कि बस से क्यों उतारा गया है? अभिभावकों को भी घटना के समय काल कर दी गई थी। कुछ अभिभावक मौके पर पहुंचे। अन्य बच्चों को दूसरे वाहन से घर पहुंचा दिया गया।
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