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    मेरठ-करनाल हाईवे पर रौंगटे खड़े कर देने वाला एक्सीडेंट, स्कूटी 100 मीटर तक घिसटी; 2 छात्रों की मौत

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 09:17 PM (IST)

    मेरठ-करनाल हाईवे पर बुबकरपुर गांव के पास एक दर्दनाक हादसे में दो छात्रों की मौत हो गई। उनकी स्कूटी इंटरलाकिंग टाइल्स से लदी ट्राली से टकरा गई। मृतकों की पहचान हर्षित और नितिन के रूप में हुई है, जो पॉलिटेक्निक के छात्र थे। घायल आयुष को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने ट्राली को जब्त कर लिया है और चालक को गिरफ्तार कर लिया है।

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    प्रतीकात्मक तस्वीर

    संवाद सूत्र, सरधना। मेरठ-करनाल हाईवे पर बुबकरपुर गांव के निकट इंटरलाकिंग टाइल्स से लदी ट्राली में पीछे से छात्रों की स्कूटी मे घुस गई। स्कूटी पर सवार पालिटेक्निक के द्वितीय वर्ष के दो छात्रों की मौके पर मौत हो गई, जबकि तीसरा साथी गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को प्राथमिक उपचार के बाद एसडीएस ग्लाेबल अस्पताल में भर्ती कराया।

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    पुलिस ने मौके से ट्रैक्टर टाली को कब्जे में लिया और आरोपित चालक को गिरफ्तार कर लिया। स्कूटी चलाते समय तीनों ने हेलमेट नहीं पहना था। यदि हेलमेट पहना होता तो उनकी जान बच सकती थी। दोनों के सिर में चोट लगने से मौत हुई।

    सरूरपुर थाना क्षेत्र के गांव पांचली बुजुर्ग गांव निवासी 22 वर्षीय हर्षित पुत्र रामबीर और 21 वर्षीय नितिन पुत्र पवन जसड़ सुल्तान नगर स्थित राजकीय पालिटेक्निक कालेज में द्वितीय वर्ष के छात्र थे। गुरुवार को हर्षित, नितिन और गांव का ही आयुष पुत्र अशोक स्कूटी से मेरठ गए थे।

    दोपहर करीब तीन बजे लौटते समय बुबकरपुर गांव के पास उनकी स्कूटी सामने चल रही इंटरलाकिंग टाइल्स से लदी ट्रैक्टर-ट्राली में जा घुसी। ट्राली में उलझकर स्कूटी करीब सौ मीटर तक घिसटी चली गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि हर्षित और नितिन की मौके पर ही मौत हो गई।

    आयुष गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने तीनों को सीएचसी पहुंचाया। जहां से स्वजन घायल आयुष को मोदीपुरम स्थित एसडीएस ग्लोबल हास्पिटल में भर्ती करा गए। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही मौके पर मौजूद लोगों ने घटना की वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दी।

    इकलौता था हर्षित, कर रहा था सरकारी नौकरी की तैयारी

    हर्षित के पिता रामबीर ने बताया कि हर्षित उनका इकलौता बेटा था। उसकी तीन बहनें हैं। बड़ी बहन मीनू की शादी हो चुकी है। जबकि हिमांशी और यशी छोटी हैं। परिवार हिमांशी की शादी के रिश्ते देख रहा था। हर्षित सरकारी नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षा की भी तैयार कर रहा था। बेटे की मौत से पूरा परिवार गम में डूब गया है। सीएचसी पहुंची मां अनिता बेटे के शव को देख बार-बार बेहोश हो रही थीं।

    नितिन कर रहा था दिल्ली पुलिस की तैयारी

    नितिन के पिता पवन ने बताया कि वह पालिटेक्निक द्वितीय वर्ष का छात्र था और दिल्ली पुलिस में भर्ती की तैयारी कर रहा था। उसका बड़ा भाई शिवा हाल ही में यूपी पुलिस में भर्ती हुआ है और फिलहाल मुरादाबाद में ट्रेनिंग पर है। छोटी बहन मीनू मां ममता के साथ घर पर रहती है। पिता पवन जसड़ सुल्तान नगर में एक हलवाई की दुकान पर मजदूरी करते हैं।