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    दस माह से धरने पर किसान,तानाशाही का नतीजा : भाकिस

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 12 Sep 2021 06:25 PM (IST)

    जागरण संवाददाता अदलहाट (मीरजापुर) गायत्री शिक्षण संस्थान मे रविवार को किसान संयुक्त मो

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    दस माह से धरने पर किसान,तानाशाही का नतीजा : भाकिस

    जागरण संवाददाता, अदलहाट (मीरजापुर) : गायत्री शिक्षण संस्थान मे रविवार को किसान संयुक्त मोर्चा की बैठक हुई। 27 सितंबर को भारत बंद पर रणनीति बनाई गई। भारतीय किसान सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामराज सिंह पटेल ने कहा कि कृषि कानून के खिलाफ किसान दिल्ली के अलग-अलग बार्डर पर विगत 10 माह से बैठे हैं।

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    यह सरकार की तानाशाही का नतीजा है। उन्होंने किसानों के लिए किसान आयोग का गठन किए जाने की मांग की। जय जवान जय किसान के संयोजक लाला मिश्रा ने कहा कि सरकार द्वारा लागू किए गए तीनों कृषि कानून से किसान बर्बाद हो जाएगा और देश की किसानी कुछ चुनिदा लोगों के हाथ में होगा। अन्नदाता मंच के संयोजक चौधरी रमेश सिंह ने कहा कि किसानों को संगठित होकर लड़ाई लड़ने की जरूरत है। अगर किसान नहीं जागा तो आने वाला समय ठीक नहीं होगा। विध्याचल मंडल अध्यक्ष प्रहलाद सिंह ने कहा कि 1967 को आधार बेस मानकर किसानों की फसल का मूल्य तय किया जाए। भाकियू लोक शक्ति के राष्ट्रीय संरक्षक व अध्यक्षता कर रहे राजेंद्र प्रसाद शास्त्री ने भी संबोधित किया।

    27 सितंबर को भारत बंद के आह्वान पर सभी संगठनों ने कार्यक्रम को सफल बनाने पर जोर दिया। संचालन विरेंद्र सिंह ने किया। बैठक में अली जमीर खान, सुरेंद्र सिंह, फणींद्र श्रीवास्तव, जटाशंकर पांडेय, धर्मदेव उपाध्याय, धर्मेंद्र सिंह, समीम देवलासी, सुरेश सिंह, ओमप्रकाश, महेंद्र सिंह, अरुण कुमार सिंह, मुकुट धारी सिंह, सावित्री देवी, स्वामी दयाल सिंह, अवधेश सिंह आदि थे।