मीरजापुर में बीसी संचालक एक करोड़ रुपये लेकर चंपत, 500 खाताधारक परेशान
मीरजापुर में एक बीसी संचालक लगभग 500 खाताधारकों के 1 करोड़ रुपये लेकर फरार हो गया। पीड़ितों ने आकर्षक ब्याज दरों का लालच देकर पैसे जमा करवाने का आरोप लगाया है। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है और आरोपी की तलाश जारी है। इस घटना से क्षेत्र में आक्रोश है।

खाताधारकों की मेहनत की कमाई को किसी के आधार कार्ड तो किसी का अंगूठा लगवाकर फर्जी तरीके से गायब कर दिया।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर। मड़िहान क्षेत्र के महुवारी गांव के निकट स्थित इंडियन बैंक शाखा पड़री के ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक वीर बहादुर सिंह ने फर्जीवाड़ा कर पांच सौ से अधिक खाताधारकों का लगभग एक करोड़ रुपये निकालकर फरार हो गया है।
यह घटना तब उजागर हुई जब लोग दीपावली के अवसर पर बैंक से रुपये निकालने पहुंचे और उन्हें पता चला कि उनके खातों में एक भी रुपये नहीं हैं। जब उन्होंने बैंक कर्मियों से जानकारी मांगी, तो बताया गया कि उन्होंने कुछ माह पहले ग्राहक सेवा केंद्र से रुपये निकाल लिए हैं। खाताधारकों ने बताया कि जरूरत पड़ने पर वे दो से पांच हजार रुपये ग्राहक सेवा केंद्र से निकालते थे, लेकिन उनके खाते में एक से दो लाख रुपये थे, जो गायब हो गए।
मामले में गुरुवार को दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस जांच कर रही है। वहीं, खाताधारकों ने शुक्रवार को जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के यहां पहुंचकर प्रार्थना पत्र देकर निकाले गए रुपये दिलाने की मांग की। मड़िहान के दाढ़ीराम गांव निवासी वीर बहादुर सिंह ने महुवारी गांव के पास इंडियन बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र खोला था। वहां से मड़िहान व पड़री क्षेत्र के कई गांवों के विभिन्न बैंकों के खाताधारक अपने खातों से रुपये निकालते व जमा करते थे।
आरोप है कि इस दौरान केंद्र संचालक ने फर्जीवाड़ा कर लगभग पांच सौ से अधिक खाताधारकों की मेहनत की कमाई को किसी के आधार कार्ड तो किसी का अंगूठा लगवाकर फर्जी तरीके से गायब कर दिया।
इन लोगों के खाते से निकले रुपये
मड़िहान के रेक्सा गांव की उर्मिला के खाते से 60 हजार रुपये, महुवारी की सीमा का एक लाख, 38 हजार रुपये, शीला का सात हजार रुपये, नरेश का 60 हजार रुपये, नाजों का 40 हजार रुपये, मीता का 20 हजार रुपये, फूलन का 10 हजार रुपये, गंगाजली का 10 हजार रुपये, बबिता का पांच हजार रुपये, ताड़कनाथ का दस हजार रुपये, चंदा का 64 हजार रुपये, मो. सुल्तान 87 हजार, 161 रुपये, जीतलाल गुप्त का 20 हजार रुपये, सीमा का 35 हजार रुपये, कुसुम का छह हजार रुपये, सुरसत्ती का पांच हजार रुपये, सुल्ताना का पांच हजार रुपये, प्रीति गुप्ता का 48 हजार रुपये, पूजा का 20 हजार रुपये, जैतून का 40 हजार रुपये, पचोखरा की रहने वाली चंदा का एक लाख 39 हजार रुपये, राजकुमारी का 40 हजार रुपये, शिष्टा खुर्द की निर्मला का 35 हजार रुपये, शिष्टा खुर्द की शोभा का एक लाख, 25 हजार रुपये, प्रतिमा बेगम का 10 हजार रुपये सहित एक हजार ग्राहकों का दो करोड़ रुपये शामिल है।
एक नहीं कई बार लगवाता था अंगूठा
खाताधारकों ने बताया कि केंद्र संचालक वीर बहादुर रुपये निकालने व जमा करने के दौरान एक नहीं तीन-तीन बार अंगूठा लगवाता था। उस समय उन्हें समझ में नहीं आया कि तीन-तीन बार अंगूठा क्यों लगवाया जा रहा है। उन्होंने सोचा कि शायद अंगूठा एक बार में नहीं लग रहा है, इसलिए ऐसा किया जा रहा है। बताया कि 11 अक्टूबर को दीपावली के पहले ग्राहक सेवा केंद्र का संचालक अपना केंद्र बंद करके फरार हो गया।
सपा ने जांच की मांग की मीरजापुर
सपाजनों ने शुक्रवार को अतिरिक्त मजिस्ट्रेट अनेक को पत्रक सौंपा। आरोप लगाया है कि ग्रामीणों के खाते में रुपये जमा करने व निकालने के नाम पर करोड़ों रुपये लेकर बीसी संचालक वीर बहादुर सिंह फरार हो गया है। जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी ने कहा कि बीसी संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाए।
इसकी जानकारी अभी मुझे नहीं है। मड़िहान थाने में पीड़ितों ने तहरीर दी है तो इसकी जांच कराकर दोषी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर उसे जेल भेजा जाएगा।
मुनेंद्र पाल, क्षेत्राधिकारी आपरेशन, मड़िहान।

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