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    'विंध्याचल धाम' नाम से जाना जाएगा विंध्याचल का रेलवे स्टेशन, शासन से द‍िशा निर्देश जारी

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 11:41 AM (IST)

    विंध्याचल रेलवे स्टेशन अब विंध्याचल धाम रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाएगा। पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव अजय चौहान ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। इस बदलाव से माँ विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। विंध्याचल में शारदीय नवरात्र में लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।

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    विंध्य कॉरिडोर के बनने से विंध्याचल क्षेत्र और भी सुंदर हो गया है।

    जागरण संवाददाता, मीरजापुर : विंध्याचल रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर अब विंध्याचल धाम रेलवे स्टेशन हो गया है। इस बाबत पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव अजय चौहान ने दिशा निर्देश जारी किया है। विंध्याचल धाम रेलवे स्टेशन होने से मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए दूर-दूर से आने वाले दर्शनार्थियों को काफी सहूलियत होगी।

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    विंध्याचल में शारदीय नवरात्र आगामी 21-22 सितंबर से आरंभ होकर एक अक्टूबर तक चलेगा। इससे लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। हालांकि विंध्याचल रेलवे स्टेशन पर नाम पट्टिका में सोमवार को किसी प्रकार का बदलाव नहीं दिखाई दिया।

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    मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए दूर-दूर से आते हैं भक्त

    नवरात्र में विंध्यधाम में त्रिकोण का विशेष महत्व है। पूज्यस्थली विंध्याचल साधकों के लिए परम पावन सिद्धपीठ तपोभूमि है। भौगोलिक दृष्टि से विंध्याचल संपूर्ण भारतवर्ष का मध्य बिंदु है। विंध्य पर्वत के ऐशान्य कोण विंध्य क्षेत्र में ही माना जाता है, इस कोण पर आदि शक्ति मां विंध्यवासिनी विराजमान हैं।

    जहां पतित पावनी गंगा विंध्य पर्वत को स्पर्श करते हुए जगत जननी का पांव पखार रही है। विंध्य क्षेत्र का इतिहास, ऐतिहासिकता, धार्मिक अत्यंत ही प्राचीन रहा है। विंध्य कारिडोर का निर्माण कार्य नित पूरा होने के बाद से विंध्य क्षेत्र अति सुंदर नजर आने लगा है।

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    देश-विदेश के लोगों को आकर्षक व आनंद की अनुभूति करा रहा है। इसके बाद से विश्व पटल पर पहचान रखने वाला विंध्य क्षेत्र और भी चमकने लगा है। विंध्याचल मंदिर पहुंचने के लिए सात मार्ग, थाना कोतवाली, न्यू वीआइपी, पुरानी वीआइपी, पक्काघाट, जयपुरिया गली, पाठकजी की गली, भट्ट जी की गली हैं। इनमें से चार प्रमुख मार्ग हैं, थाना कोतवाली, न्यू वीआइपी, पुरानी वीआइपी, पक्का घाट गली। इन चारों मार्ग पर द्वार बना है।

    साथ ही विंध्य कारिडोर से लगायत सभी भवन पर नक्काशीदार आकर्षक गुलाबी पत्थर लगाए जा रहे हैं। इससे विंध्य कारिडोर की सुंदरता को चार चांद लग रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता में होने के कारण विंध्य कारिडोर का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है।

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