Updated: Wed, 27 Aug 2025 04:12 PM (IST)
मुरादाबाद में पीतल की सिल्ली के दाम बढ़ गए हैं जिसका मुख्य कारण लंदन मेटल एक्सचेंज में तांबे के दामों में वृद्धि होना है। इस कारण शेयर बाजार में सिल्ली 20 रुपये प्रति किलो महंगी हो गई है। कारखानेदारों ने देसी आर्डर लेना बंद कर दिया है जिससे कारीगरों को काम मिलना कम हो गया है। एसोसिएशन के अनुसार कम मुनाफे के कारण उत्पादन पर असर पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। पीतल की सिल्ली के दाम बढ़ गए हैं। कारखानेदारों ने देसी आर्डर बनाने रोक दिए हैं। बताया जा रहा है कि लंदन मेटल एक्सचेंज में तांबे के दाम बढ़ने से शेयर बाजार में सिल्ली के दाम 20 रुपये महंगे हो गए हैं। अब सिल्ली 545 रुपये प्रति किलो के हिसाब से है।
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पहले 525 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेची जा रही थी। पीतल कारखानों में पीतल के उत्पाद बनते हैं। शहर के घनी आबादी वाले क्षेत्र इंद्रा चौक, पीरजादा, किसरौल, अब्बास इंटर कालेज, दीवान का बाजार, नवाबपुरा, गुलाब राय का बाग, पीरजादा, कटघर, छोटी मंडी, लालबाग, मुफ्ती टोला समेत अन्य क्षेत्रों में पीतल के कारखाने हैं।
कारखानेदार एसोसिएशन के अध्यक्ष हाजी आजम अंसारी के अनुसार, लंदन मेटल एक्सचेंज में तांबे के दाम बढ़ने के बाद शेयर बाजार में पीतल सिल्ली के दाम बढ़ गए हैं। देसी आइटम कम मुनाफे पर तैयार होते हैं।
दीपक आदि प्रति किलो के हिसाब से होलसेलर को दिए जाते हैं। ऐसे में 20 रुपये के हिसाब से जोड़ें तो क्विंटल पर दीपक पर दो हजार रुपये अतिरिक्त आ जाएंगे।
इसलिए फिलहाल माल रोक दिया है। कारीगरों को भी काम कम दिया जा रहा है। जिससे पुराने आर्डर को पूरा किया जा सके।
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