'मंदिर-मस्जिद पर बुलडोजर चलाकर दी जा रही आपदा को दावत', मुरादाबाद के पूर्व सांसद डॉक्टर एसटी हसन का बयान
मुरादाबाद के पूर्व सांसद डॉ. एसटी. हसन ने कहा है कि मंदिर मस्जिद और दरगाहों पर बुलडोजर चलाने से ईश्वर नाराज हैं जिससे प्राकृतिक आपदाएँ आ रही हैं। उन्होंने उत्तराखंड आपदा को इसी का परिणाम बताया। उनके अनुसार धार्मिक स्थलों को ध्वस्त करना गलत है क्योंकि सभी इबादतगाहें ईश्वर की हैं। उनके इस बयान पर राजनीतिक प्रतिक्रिया हुई और उन्होंने सफाई भी दी।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद डॉक्टर एसटी. हसन ने कहा कि मंदिर, मस्जिद और दरगाहों पर बुलडोजर चलाकर हमने ईश्वर को नाराज कर दिया है। यही नाराजगी प्राकृतिक आपदाओं को न्योता दे रही है। उत्तराखंड के धराली में आई आपदा भी इसी का परिणाम लगती है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश का ईको सिस्टम लगातार नष्ट किया जा रहा है। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हो रही है। इन प्रदेशों में दूसरे मजहब का कोई सम्मान नहीं हो रहा। धार्मिक स्थलों पर बुलडोजर चलाकर उन्हें ध्वस्त किया जा रहा है।
इबादतगाहों को तोड़ा जा रहा है, वे सब उसी के हैं
पूर्व सांसद ने कहा, कि ईश्वर, अल्लाह और वाहे गुरु में कोई फर्क नहीं है। जिन इबादतगाहों को तोड़ा जा रहा है, वे सब उसी के हैं। वहां सभी धर्मों के लोग अपने-अपने तरीके से इबादत करते हैं। मंदिर में पूजा, मस्जिद में नमाज और गुरुद्वारे में अपने रीति-रिवाज़ के अनुसार अरदास। परेशानी के समय लोग इन्हीं स्थानों पर माथा टेकते हैं।
पूर्व सांसद डॉक्टर एसटी हसन कहा कि कुछ लोग भूल गए हैं कि इस दुनिया को चलाने वाला कोई और है। जब उसका इंसाफ होता है तो इंसान कहीं से भी खुद को नहीं बचा पाता। इसलिए अगर इबादतगाहें अवैध रूप से बनी भी हैं, तो उन पर बुलडोजर नहीं चलना चाहिए, बल्कि उन्हें खाली करा लेना चाहिए।
उत्तराखंड की आपदा को जोड़कर कही बात
डॉक्टर हसन ने यह टिप्पणी उत्तराखंड के धराली में आई आपदा से जोड़कर की, जिस पर इंटरनेट मीडिया में बवाल मच गया। उन्होंने कहा कि ईश्वर, बुलडोजर से मंदिर-मस्जिद गिराए जाने से नाराज है। उनके बयान पर यूपी की सियासत गरमा गई।
बरेली से ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में आई आपदा को किसी भी धर्म से जोड़कर नहीं देखा जा सकता। इस पर डॉक्टर एसटी. हसन ने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को कुछ लोगों ने तोड़-मरोड़कर पेश किया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।