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    यूपी पुलिस के दारोगा का शर्मनाक चेहरा, पीडि़त से कहा-मुकदमा झूठा है, इसे खत्‍म करने के ल‍िए खर्च देना होगा

    By Narendra KumarEdited By:
    Updated: Fri, 08 Oct 2021 03:56 PM (IST)

    False Case of Misdeed डिलारी थाना क्षेत्र में दो आरोपितों को दुष्कर्म के मामले में तीन दिन पहले पुलिस ने गिरफ्तार करे जेल भेजने की कार्रवाई की थी। लेकिन इस मामले में आरोपितों के स्वजन ने एसएसपी को शिकायत पत्र भेजकर गंभीर शिकायत की है।

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    डिलारी थाना क्षेत्र में एक युवती ने दो लोगों के खिलाफ दर्ज कराया था मुकदमा।

    मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। False Case of Misdeed : डिलारी थाना क्षेत्र में दो आरोपितों को दुष्कर्म के मामले में तीन दिन पहले पुलिस ने गिरफ्तार करे जेल भेजने की कार्रवाई की थी। लेकिन इस मामले में आरोपितों के स्वजन ने एसएसपी को शिकायत पत्र भेजकर गंभीर शिकायत की है। स्वजन ने आरोप लगाया है कि जिस आरोपित के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया है, वह उस दिन वहां मौजूद ही नहीं था, बल्कि काशीपुर की फैक्ट्री में काम कर रहा था। चौकी प्रभारी ने इस मामले में पैसे की मांग की थी। पंचायत चुनाव की रंजिश के चलते दोनों आरोपितों को झूठे मुकदमे में फंसाया गया है।

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    डिलारी थाना क्षेत्र के मासूमपुर गांव निवासी फिरोज ने बताया कि उसके पिता नसीम ने प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ा था। पंचायत चुनाव लड़ने की वजह से कुछ लोग रंजिश मानने लगे थे। इसी कारण एक महिला ने उसके पिता के साथ दो लोगों के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा दिया था। जलालपुर चौकी में तैनात एक दारोगा को जब इस मामले की सच्चाई बताई तो उन्होंने मुकदमा खत्म करने के लिए साढ़े तीन लाख रुपये मांगे, इसमें दो लाख रुपये उन्हें दे दिए गए थे। जब दारोगा को डेढ़ लाख रुपये नहीं मिले तो उसने आरोपित नसीम और राहिल को फोन करके बुलाया। पैसे देने से जब दोनों ने इन्कार कर दिया, तो दारोगा ने दोनों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। हालांकि, आरोपित पक्ष का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद दारोगा ने लिए गए पैसे वापस कर दिए थे। वहीं, आरोपित के बेटे ने दावा किया है, कि जिस दिन की महिला ने घटना को बताया है, उस दिन आरोपित नसीम काशीपुर स्थित फैक्ट्री में ड्यूटी कर रहा था।  फैक्ट्री में काम करने के सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद है। सीओ ठाकुरद्वारा डा. अनूप कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज को लेने के लिए पुलिस की एक टीम संबंधित फैक्ट्री में भेजी गई है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

    आरोपित पक्ष ने जो शिकायत की है, उसकी जांच की जा रही है। जिस आरोपित को जेल भेजा गया है, उसका भाई भी उसी फैक्ट्री में काम करता था। दोनों भाईयों का चेहरा एक जैसा ही है। मामले की जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपने के साथ ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

    सुरेंद्र कुमार, थाना प्रभारी, डिलारी