Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    व्यापार-पर्यटन को मिली नई रफ्तार, एक और वंदे भारत से हाई स्पीड नेटवर्क से जुड़ा मुरादाबाद

    Updated: Sun, 09 Nov 2025 01:00 PM (IST)

    मुरादाबाद अब हाई-स्पीड रेल नेटवर्क से जुड़ गया है, जिससे व्यापार, शिक्षा और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। लखनऊ-सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस के शुरू होने से मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर जैसे शहर आपस में जुड़ गए हैं। उद्घाटन पर यात्रियों ने आधुनिक कोच और आरामदायक सीटों की सराहना की। यह ट्रेन धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देगी, क्योंकि इससे सिद्धबली मंदिर तक पहुंचना आसान हो जाएगा। जल्द ही नियमित संचालन की घोषणा की जाएगी।

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। लखनऊ–सहारनपुर के बीच चलने वाली नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मुरादाबाद होकर चलने से अब शहर न सिर्फ हाईस्पीड रेल नेटवर्क से जुड़ गया है बल्कि शिक्षा, पर्यटन, व्यापारिक नजरिए से भी लाभ मिला है।

    पहले से मुरादाबाद होकर देहरादून–लखनऊ और मेरठ–वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस चल रही थीं। अब लखनऊ–सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन से यह क्षेत्र मेरठ, सहारनपुर, हापुड़, देहरादून, लखनऊ और वाराणसी जैसे सभी बड़े शहरों से हाईस्पीड कनेक्ट हो गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शनिवार को जब दोपहर 1:26 बजे उद्घाटन रन वंदे भारत एक्सप्रेस मुरादाबाद जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची और पांच मिनट ठहराव के बाद 1:31 बजे रवाना हुई तो स्टेशन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। फूल-मालाओं और नारों के बीच जनप्रतिनिधियों में सांसद रुचि वीरा, जिला पंचायत अध्यक्ष डा. शैफाली सिंह, एमएलसी सतपाल सैनी, नगर विधायक रितेश गुप्ता ने ट्रेन का भव्य स्वागत किया। हरी झंडी दिखाकर सहारनपुर के लिए रवाना किया।

    मुरादाबाद से होकर लखनऊ-सहारनपुर के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से व्यापार, शिक्षा और पर्यटन को लाभ मिलेगा। सहारनपुर लकड़ी के फर्नीचर उद्योग के लिए प्रसिद्ध है। इससे मुरादाबाद के कारोबारी वर्ग को एक दिन में जाकर कारोबार संबंधित काम निपटाने और शाम तक लौटने की सुविधा मिलेगी। नजीबाबाद होकर कोटद्वार स्थित सिद्धबली मंदिर तक पहुंचना पहले से अधिक सुगम होगा, जिससे धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा। जिससे इस ट्रेन से धार्मिक पर्यटन को भी नई गति मिलेगी।

    रुड़की आइआइटी के छात्रों को भी तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का विकल्प मिलेगा। यह ट्रेन लखनऊ-सहारनपुर के बीच सीतापुर, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, नजीबाबाद, रुड़की में रुकेगी।
    शनिवार को रेलवे स्टेशन पर आयोजित समारोह में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे।

    जैसे ही ट्रेने प्लेटफार्म एक पर आकर रुकी तो फूलों की वर्षा की गई। पांच मिनट का ठहराव के बीच कोई कोच में घुसकर यह देखना चाहता था कि वंदेभारत अंदर से कैसी दिखती है तो सेल्फी लेने को आतुर था। यात्रा के पहले दिन ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों ने कहा कि वंदे भारत के आधुनिक कोच, आरामदायक सीटें और बेहतर सुविधाएं वाकई में भारतीय रेल का नया चेहरा हैं।

    अभी उद्घाटन रन के रूप में यह ट्रेन चली है जल्दी ही नियमित रूप से संचालन की तिथि की घोषणा के बाद चलाई जाएगी।

    शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से चार वंदे भारत ट्रेनों का उद्घाटन किया, जिनमें लखनऊ–सहारनपुर, बनारस–खजुराहो, फिरोजपुर–दिल्ली और एरणाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस शामिल हैं। उद्घाटन रन एक्सप्रेस के तौर पर शनिवार को लखनऊ से सहारनपुर के बीच चलाई गई है। जल्दी ही नियमित ट्रेन का टाइम टेबल आने के बाद सोमवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी।

    लखनऊ–सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस का नियमित संचालन समय जल्द जारी किया जाएगा। इस रूट से व्यापार, शिक्षा और पर्यटन को फायदा होगा तो वहीं लखनऊ से सहारनपुर उप्र का आखिरी जिला होने से पश्चिमी उप्र कनेक्ट होगा। उत्तराखंड के पर्यटन को भी फायदा मिलेगा।
    आदित्य गुप्ता, सीनियर डीसीएम

    मुरादाबाद को वंदे भारत से मिलने वाले प्रमुख लाभ

    • अब मुरादाबाद से होकर चलने वाली तीन वंदे भारत ट्रेनों के जुड़ने से देहरादून–लखनऊ, वाराणसी-मेरठ, देहरादून-वाराणसी, लखनऊ–सहारनपुर को मिली कनेक्टिविटी।
    • व्यापारियों को सहारनपुर में लकड़ी का कारोबार के सिलसिले में जाने में हाइस्पीड ट्रेन की सुविधा मिलेगी।
    • आइआइटी रुड़की में पढ़ने वाले छात्रों को भी हाई स्पीड ट्रेन से मिलेगा लाभ।
    • धार्मिक स्थल सिद्धबली मंदिर कोटद्वार में है। जिससे नजीबाबाद उतरकर इस मंदिर को जाना होगा आसान।
    • छात्रों, पर्यटकों और कर्मचारियों के लिए तेज और आरामदायक सफर।

    मुरादाबाद जंक्शन को जोड़ने वाली तीन वंदे भारत एक्सप्रेस

    • देहरादून से मुरादाबाद होकर लखनऊ तक।
    • मेरठ से मुरादाबाद होकर वाराणसी तक।
    • लखनऊ से मुरादाबाद होकर सहारनपुर तक।

    लखनऊ से सहारनपुर के बीच समय सारिणी

    • लखनऊ (प्रस्थान) सुबह 05:00 बजे
    • सीतापुर सुबह 05:55 बजे
    • शाहजहांपुर जंक्शन सुबह 07:10 बजे
    • बरेली जंक्शन सुबह 08:08 बजे
    • मुरादाबाद जंक्शन सुबह 09:27 बजे
    • नजीबाबाद जंक्शन सुबह 10:45 बजे
    • रुड़की दोपहर 11:40 बजे
    • सहारनपुर (अंतिम) दोपहर 12:45 बजे

    वापसी रूट: सहारनपुर से दोपहर तीन बजे रवाना, रुड़की दोपहर 3:35, नजीबाबाद शाम 4:40, मुरादाबाद शाम 6:10, बरेली 7:33, शाहजहांपुर 8:38, सीतापुर रात 9:50, लखनऊ रात 11 बजे पहुंचेगी।

    वंदे भारत में सफर करना वाकई अलग अनुभव रहा। सीटें बेहद आरामदायक हैं और झटका बिल्कुल महसूस नहीं हुआ। लग रहा था जैसे हवाई जहाज में सफर कर रहे हों।
    - सिम्मी, यात्री

    ट्रेन की रफ्तार और शांति दोनों ने प्रभावित किया। सफाई व्यवस्था और तकनीकी सुविधाएं देखकर गर्व हुआ कि भारतीय रेल इतनी आधुनिक हो चुकी है।
    - रजनीश गुंबर, यात्री

    बायो टायलेट और टच-फ्री सिस्टम बेहतरीन हैं। ट्रेन के अंदर का माहौल बेहद शांत और सुकूनभरा था। बार-बार इस ट्रेन से जाने का मन है।
    -सोनू, यात्रा

    घूमने वाली कुर्सियां और अंदर का डिजाइन देखकर खुशी हुई। पहले दिन ही ऐसा अनुभव मिला जो विदेशी ट्रेनों जैसा था। हर यात्री मुस्कुराता दिखा।
    - प्रभा, यात्री

    सांसद बोलीं- ट्रेन में बच्चों को वासी खाना मिला, सीनियर डीसीएम ने किया खारिज

    मुरादाबाद: सांसद रुचि वीरा से बातचीत में एक इलेक्ट्रानिक मीडिया कर्मी ने सवाल किया कि ट्रेन में बच्चों ने वासी खाना देने की बात बताई। इस पर एडीआरएम पारितोष गौतम की मौजूदगी में रुचि वीरा बोलीं कि इतनी अच्छी ट्रेन में वासी खाना दिया जाना ठीक नहीं, अगर ऐसा है तो सुधार करना चाहिए।

    सीनियर डीसीएम ने इसको खारिज करते हुए कहा कि वह कोच में ही थे, ऐसी कोई बात सामने नहीं आई। केवल शाहजहांपुर से स्मारिका टिकट के साथ ज्यादा यात्री सवार हो गए थे। जिससे पैकेट कम पड़ने पर मुरादाबाद में 50 पैकेट ट्रेन में दिए गए। फिर भी आइआरसीटीसी से जानकारी करेंगे।