UP Air Pollution: यूपी के इस जिले को मिलेगा 14.65 करोड़ का बजट, वायु प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए शुरू होगा काम
मुजफ्फरनगर पालिका को वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से बजट मिलने की उम्मीद है। पालिका को 15 सितंबर तक प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए गए हैं जिसमें वायु प्रदूषण कम करने के उपायों का विवरण होगा। इस बजट से एंटी स्माग गन खरीदी जाएंगी और सड़कों की सफाई की जाएगी। पालिका वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए गंभीर प्रयास कर रही है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में बढ़ता वायु प्रदूषण परेशानी का सबब रहता है। दिल्ली की पाबंदियों का प्रभाव मुजफ्फरनगर तक देखने को मिलता है। छह माह पहले पालिका का केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बजट के लिए चयन कर चुका है, लेकिन प्रस्ताव की रफ्तार धीमी पड़ने के कारण समस्या बनी थी। अब पालिका से 15 सितंबर तक सभी प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए है।
मुजफ्फरनगर जनपद दिल्ली-एनसीआर की सीमा में शामिल है। हाल ही में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) अर्थात एनकैप की रिपोर्ट जारी हुई है। हालांकि इसमें मुजफ्फरनगर शामिल नहीं है, लेकिन प्रदूेश सरकार ने वर्ष 2026-27 तक एनकैप से बाहर रखे गए जनपदों में 40 प्रतिशत वायु को स्वच्छ करने का लक्ष्य बनाया है।
इसके लिए कारगर कदम उठाने के साथ वायु प्रदूषण की रोकथाम के उपाय करने के हैं। एनसीआर में शामिल जनपद में वर्ष 2024 में नवंबर-दिसंबर में वायु प्रदूषण की मात्रा 300 के पार पहुंचने पर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) की सभी पाबंदियां लागू हुई थी। जिसमें स्कूल-कालेज भी बंद किए गए थे।
भविष्य में यह स्थिति पैदा नहीं हो पाए, इसके लिए कार्य योजना बनाई गई है। लगभग पांच लाख से अधिक जनसंख्या होने पर पालिका को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 14.65 करोड़ रुपये का बजट मिलेगा। इसके लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पालिका को पत्र भेजा है। जिसके माध्यम से 15 सितंबर तक बजट के सापेक्ष वायु प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए किन-किन उपाय, संसाधनों पर काम किया जाएगा। इसका उल्लेख कर प्रस्ताव मांगा है।
एंटी स्माग गन की होगी खरीद
पालिका के पास वर्तमान में एक एंटी स्माग गन मौजूद है, लेकिन बजट मिलने के बाद एक और गन की खरीद होगी। रोड स्वीपिंग मशीन भी मंगवाई जाएगी। शहररी क्षेत्र में ट्रांसपोर्टनगर, सुजडू चुंगी से लेकर वहलना चौक ऐसे हैं, जहां पर धूल के साथ वायु प्रदूषण की मात्रा तेजी से बढ़ती है। इसके चलते पालिका सरकुरलर रोड पर पाथ-वे, ग्रिलिंग बनाने का कार्य करेगी। बजट को लेकर चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने पालिका से इसको लेकर प्रस्ताव भिजवाया है।
आंकड़ों पर एक नजर
- 5.20 से अधिक शहर की आबादी
- 01 एंटी स्माग गन मौजूद
- 80 हजार से अधिक 10 वर्ष पुराने डीजल के वाहन
- 01 लाख से अधिक 15 वर्ष पुराने पेट्रोल के वाहन
वायु प्रदूषण को लेकर नगर पालिका व्यापक रूप से काम करने में जुटी है। नागरिकों को भी इसके लिए जागरूक किया जा रहा है। संसाधनों की खरीद के बाद पालिका की स्थिति मजबूत होगी। एंटी स्माग गन के अलावा किन-किन बिंदू पर काम कर सकती है, इसके लिए कार्य योजना बनाई जा रही है। -मीनाक्षी स्वरूप, चेयरपर्सन, नगर पालिका मुजफ्फरनगर।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को सभी बिंदूओं की रिपोर्ट के साथ प्रस्ताव बनाकर भिजवाए गए हैं। पालिका को सीपीसीबी से 14 करोड़ रुपये से अधिक का बजट मिलना प्रस्तावित है। इस बजट से पालिका एंटी स्माग गन, सरकुलर रोड पर पाथ-वे समेत वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर काम करेगी। जिससे वायु प्रदूषण को नियंत्रण करने में सहायता मिलेगी। - डा. प्रज्ञा सिंह, ईओ, नगर पालिका, मुजफ्फरनगर।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पालिका का बजट के लिए चनय किया गया है। विभागीय स्तर से ग्रेप को लेकर भी तैयारी की जा रही है। इसमें विकास प्राधिकरण, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ), लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) समेत नगर निकाय शामिल है। वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए कारगर उपाय रखने के लिए सामूहिक रूप से काम किया जाएगा। - गीतेश चंद्रा, क्षेत्रीय अधिकारी, आरपीसीबी, मुजफ्फरनगर।
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