Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत की युवाओं से हाथ जोड़कर मार्मिक अपील...नशा छोड़ दो, कहा-हमें सबसे ज्यादा चिंता युवाओं की है

    By Jagran News Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Tue, 18 Nov 2025 03:58 PM (IST)

    भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने युवाओं से नशा छोड़ने की अपील की है। उन्होंने युवाओं के भविष्य पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि नशा स ...और पढ़ें

    Hero Image

    सर्वखाप महापंचायत के समापन पर बोलते भाकियू अध्यक्ष और बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत। जागरण

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। सर्वखाप महापंचायत के समापन पर भाकियू अध्यक्ष और बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि 10 साल बाद इसी धरती पर फिर से महासम्मेलन (सर्वखाप पंचायत) होगा। उन्होंने युवाओं से हाथ जोड़कर अपील की नशे को छोड़ दो। युवा देश की रीढ़ है और हमें सबसे ज्यादा चिंता युवाओं की है। काम करते नहीं और नशा करते हैं। हमारे बुजुर्गों ने समाज का ताना बाना बनाने के लिए बहुत संघर्ष किया है। इसे खत्म न होने दो।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने कहा कि 30 प्रतिशत घरों में ताले लग गए हैं। संख्या साल दर साल बढ़ रही हैं। युवाओं के लिए बुजुर्ग फिक्रमंद हैं आपकी भलाई के लिए बात कर रहे हैं। आज यहां से शपथ लेकर जाए, जो गलत पहले किया अब फिर नहीं करेंगे। तेज रफ्तार वाहन नहीं चलाएंगे, सूखा समेत किसी भी प्रकार का नशा नहीं करेंगे। बुजुर्गों की बात मानेंगे।

    वहीं सरकार से भी हमारी मांग है कि कृषि पर आधारित रोजगार बढ़ाई जाएं, जिस गांव के युवा को क्षेत्र में ही रोजगार के अवसर प्राप्त हो। सर्वखाप मंत्री सुभाष सिंह बालियान की ओर से रखे गए सभी 11 प्रस्ताव का सर्वखाप चौधरी समेत पंचायत में आए लोगों ने हाथ उठाकर स्वागत और समर्थन किया।

    भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकट ने युवाओं से कहीं कहा कि भैंसा दौड़ के नाम पर पशु पर अत्याचार मत करो। दौड़ तीन किलोमीटर की होती है, 40 किलोमीटर दौड़ हत्या के समान है। पशु क्रूरता अधिनियम इसकी इजाजत नहीं देता है। भैंसे को आर न मारी जाए। अपनी ऊर्जा का प्रयोग पढ़ाई और खेल के मैदान में करो। शिक्षा से ही समाज की उन्नति संभव है। शिक्षा के मामले में बिहार के युवाओं से सीखने की जरूरत है। वह पढ़ लिखकर अफसर बनते हैं। अभिभावक भी बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दें।