डिजिटल अरेस्ट कर 75 लाख की ठगी करने वाला गिरफ्तार, खुद को पुलिस इंस्पेक्टर बताकर लगाता था लोगों को चूना
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने एक सेवानिवृत्त अधिकारी से 75 लाख से अधिक की साइबर ठगी करने वाले आरोपी को महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने खुद को मुंबई पुलिस का इंस्पेक्टर बताकर पीड़ित को ड्रग्स के मामले में फंसाने की धमकी दी और डिजिटल अरेस्ट कर ठगी की।
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बीटा दो कोतवाली पुलिस की गिरफ्त में आरोपित।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। बीटा दो कोतवाली पुलिस ने एक सेवानिवृत अधिकारी से 75 लाख 57 हजार रुपये की साइबर ठगी करने वाले आरोपित को गिरफ्तार किया है। पुलिस उसे महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर ट्राजिंट रिमांड पर लेकर आई। साइबर ठग की पहचान महाराष्ट्र राजूरी पुणे निवासी गणेश सूर्यकांत के रूप में हुई है।
सेवानिवृत होने के बाद असीन विश्वास परिवार के साथ पैरामाउंट सोसायटी में रहते हैं। 19 अप्रैल 2024 को उनके मोबाइल पर एक फोन काल आया। काल करने वाले ने आपने आपको मुंबई पुलिस में इंस्पेक्टर बताया। उसने आरोप लगाया कि उनके नाम से एक पार्सल ताइवान भेजा गया है। वह मुंबई एयरपोर्ट पर पकड़ा गया है। जिसमें दो किलो ड्रग्स है।
उन्होंने कुछ ही देर में पुलिस पहुंचने व जेल भेजने की धमकी दी। आरोपितों ने उन्हें डिजीटल अरेस्ट कर 75.57 लाख रुपये की ठगी कर ली। यह रकम तीन खातों में ट्रांसफर कराई गई थी। आरोपियों ने एक खाते में 50, दूसरे में 20 और तीसरे में पांच लाख रुपये आरटीजीएस के जरिए ट्रांसफर कराए थे। पैसा ट्रांसफर होने के बाद पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ।
उन्होंने तत्काल सूचना बीटा दो कोतवाली पुलिस को देते हुए साइबर ठगी का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए मोबाइल नंबर के आधार पर साइबर ठग तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की। पुलिस ने पीड़ित के खाते में 47 लाख रुपये वापस कराने में कामयाबी हासिल की है।
बीटा दो कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि आरोपित शातिर ठग हैं। उसके मोबाइल पर सीबीआइ, क्राइम ब्रांच की ड्रेस में कई फोटो व फर्जी दस्तावेज मिले है। जिसकी आड में आरोपित लोगों को निशाना बना साइबर ठगी किया करता है। पुलिस आरोपित के खिलाफ आगे की कार्रवाई कर रही है।

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