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    81 गांवों के किसानों और पुलिस में झड़प, नोएडा प्राधिकरण का गेट तोड़ा; अफसरों ने मांगी 15 दिन की मोहलत

    Updated: Mon, 03 Nov 2025 11:03 PM (IST)

    नोएडा में 81 गांवों के किसानों ने मुआवजे की मांग को लेकर नोएडा प्राधिकरण पर प्रदर्शन किया। पंचायत के दौरान आक्रोशित किसानों ने गेट तोड़कर अंदर घुसने का प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस से झड़प हुई। अधिकारियों ने 15 दिन का समय मांगा है, जिसके बाद किसानों ने 26 नवंबर तक आंदोलन स्थगित कर दिया है और समाधान न होने पर दोबारा आंदोलन की चेतावनी दी है।

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     प्रदर्शनकारी किसानों ने अधिकारियों के वादे पर 25 नवंबर तक किया का दिया अल्टीमेटम। जागरण

    जागरण संवाददाता,नोएडा। बढ़े मुआवजा समेत विभिन्न मांगों पर सेक्टर-6 स्थित नाेएडा प्राधिकरण के बाहर धरना दे रहे 81 गांवों के किसान और पुलिस के बीच सोमवार दोपहर जमकर हाईवोल्टेज हंगामा हुआ । पंचायत के बीच अचानक आक्रोशित किसानों ने गेट तोड़कर प्राधिकरण में अंदर घुसने का प्रयास किया लेकिन, भारी संख्या में तैनात पुलिस बल ने उन्हें रोक दिया।

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    जबरदस्त हंगामें के बाद प्राधिकरण के अधिकारियों ने किसानों से 15 दिन का समय मांगा है। किसानों ने 26 नवंबर तक का धरना स्थगित कर समाधान न होने पर दोबारा आंदोलन करने का अल्टीमेटम दिया है।

    दोपहर 12 बजे किसानों ने रणनीति बनाने के लिए पंचायत की। भाकियू मंच के बैनर तले राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अशोक चौहान, भाकियू महात्मा टिकैत से अनिल तालान, भाकियू भानु से विकास गुर्जर, प्रेम सिंह भाटी, राजवीर मुखिया, सुभाष भाटी, जय जवान-जय किसान मोर्चा के सुनील फौजी, भाकियू अखंड से जुड़े किसानों ने पंचायत की।

    इसकी अध्यक्षता अनूप निर्वाण और संचालन सोनू लोहिया व अमित बैसोया ने किया। किसानों ने कहा कि प्राधिकरण के अधिकारी आकर बताएं कि किसानों के कौन से कार्य कर दिए हैं और कौन से कार्य किस अधिकारी के स्तर पर पर रुके हैं ? उन्हें रोके जाने का क्या कारण है ? कई बार बोलने पर भी अधिकारी नहीं पहुंचे तो किसान भड़क गए।

    दोपहर तीन बजे किसानों ने प्राधिकरण पर ताला लगाने का एलान कर कूच किया। जैसे ही किसान गेट के पास पहुंचे पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। आगे बढ़कर किसानों ने जैसे ही ताला जड़ने का प्रयास किया तो पुलिस से तीखी नोक-झोंक और धक्का-मुक्की हो गई। आक्रोशित किसानों ने गेट तोड़कर अंदर घुसने का प्रयास किया। पुलिस ने किसी तरह समझाकर शांत कराया।

    कुछ देर बाद प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालिका अधिकारी सतीश पाल, ओएसडी क्रांतिशेखर, अरविंद कुमार और एसीपी प्रवीण कुमार सिंह पहुंचे। अधिकारियों ने किसानों को आश्वासन दिया कि समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर किया जाएगा। इसके लिए 15 दिन का समय चाहिए। किसानों ने चर्चा के बाद अधिकारियों को 26 नवंबर का अल्टीमेटम दिया।

    सख्त लहजे में कहा कि उनकी मांगों का समाधान नहीं हुआ तो 26 नवंबर से दोबारा 81 गांव के किसानों के साथ अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया जााएगा। इस बीच प्राधिकरण के चैयरमेन दीपक कुमार से भी मीटिंग होगी। साथ ही धरने के दौरान अधिकारियों संग हुई वार्ता की मिनट्स भी उन्हें दी जाएगी।

    इस दौरान प्रमोद त्यागी, सूरज प्रधान, चरण सिंह प्रधान, कालू प्रधान, सुरेंद्र प्रधान, सोनू लोहिया, एड. दिनेश भाटी, मनविंदर भाटी, चिंकू यादव, उमंग शर्मा, मूले चौहान, वीर सिंह, गजेंद्र बैसोया, प्रिंस भाटी, आशीष चौहान , राजपाल चौहान, राहुल पवार, उमंग शर्मा, अमित बैसोया, रिंकू यादव, अभिषेक चौहान समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

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