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    BCAS की टीम ने नोएडा एयरपोर्ट की सुरक्षा का लिया जायजा, इस दिन DGCA भी करेगी जांच

    Updated: Thu, 15 May 2025 09:38 PM (IST)

    Noida International Airport Security ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सेफ्टी (बीसीएएस) की टीम ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षा मानकों का निरीक्षण किया। टीम की रिपोर्ट के बाद महानिदेशालय की टीम निरीक्षण करेगी जिसके बाद एयरोड्रम लाइसेंस जारी हो सकता है। मुख्य सचिव ने 30 जून तक निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर यह निरीक्षण किया गया है।

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    नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग। जागरण आर्काइव।

    जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सेफ्टी (बीसीएएस) की दो सदस्यीय टीम ने बृहस्पतिवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निरीक्षण किया। टीम ने एयरपोर्ट पर सुरक्षा मानकों की जांच की। बीसीएएस की जांच रिपोर्ट के बाद महानिदेशालय की टीम नोएडा एयरपोर्ट का निरीक्षण करेगी।

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    यह निरीक्षण 19 मई को संभावित है। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो डीजीसीए एयरपोर्ट को एयरो ड्रोम लाइसेंस जारी हो जाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से विमान सेवा शुरू करने के लिए निर्माण कार्य तेजी से पूरे किए जा रहे हैं।

    मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने एयरपोर्ट के निर्माण कार्य की समीक्षा करते हुए शेष कार्य को पूरा करने की समय सीमा 30 जून निर्धारित की थी। मुख्य सचिव के निर्देश दिए के बाद निर्माण कार्य की गति तेज की गई है।

    बम, आतंकवादी हमले, विमान हाइजैकिंग, विमान हादसा आदि की स्थिति में एयरपोर्ट और यात्रियों की सुरक्षा आदि के लिए लगाए गए उपकरण, ढांचागत सुविधाओं आदि की जांच के लिए बृहस्पतिवार को ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सेफ्टी की टीम ने नोएडा एयरपोर्ट का निरीक्षण किया।

    टीम अपनी जांच रिपोर्ट डीजीसीए को देगी। इसके बाद डीजीसीए की टीम एयरपोर्ट का निरीक्षण करेगी। इसके आधार पर एयरोड्रोम लाइसेंस जारी करने का फैसला होगा।

    नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रनवे, एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर, घरेलू टर्मिनल का निर्माण हो चुका है। इंटरनेशनल टर्मिनल का निर्माण अभी शेष है। इसके अलावा यमुना एक्सप्रेस वे से टर्मिनल बिल्डिंग तक पहुंचने के लिए परिसर में बनने वाली सड़क, एसटीपी, डब्ल्यूटीपी आदि का काम भी शेष है।