नोएडा में अवैध निर्माण रोकने गई प्राधिकरण की टीम और किसानों आए आमने-सामने, पांच घंटे तक चला हाइवोल्टेज ड्रामा
नोएडा के सलारपुर खादर में अवैध निर्माण गिराने गई प्राधिकरण की टीम को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पदाधिकारियों और प्राधिकरण अधिकारियों के बीच तीखी बहस हुई। किसानों ने प्राधिकरण की कार्रवाई का विरोध किया जिसके बाद मामला शांत हुआ। प्राधिकरण अधिकारियों ने कहा कि जमीन राज्य सरकार की है और अवैध निर्माण किया जा रहा था।

जागरण संवाददाता, नोएडा। सलारपुर खादर में अवैध निर्माण को ध्वस्त करने पहुंची प्राधिकरण की टीम को किसानाें के विरोध का सामना करना पड़ा है। इस दौरान प्राधिकरण अधिकारियों व भारतीय किसान यूनियन टिकैत पदाधिकारियों के बीच तीखी नोकझोक हुई।
इस दौरान कई बार टकराव की स्थिति भी बनी, लेकिन मौके पर मौजूद भारी पुलिस बल ने मामले को शांत करा लिया। करीब पांच घंटे तक हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा है, अंत में साढ़े तीन बजे के बाद नोएडा प्राधिकरण की टीम अन्य चार खसरा नंबरों पर कार्रवाई कर लौट गई।
हालांकि किसान यूनियन पदाधिकारियों ने कहा कि उनका डेवलपर्स के साथ कोई लेना देना नहीं है, लेकिन किसान आबादी की जगह पर टीम कार्रवाई करने पहुंची थी। इसका विरोध किया है।
इस दौरान किसानों ने अपने दस्तावेज प्राधिकरण अधिकारियों के सामने रखा, लेकिन प्राधिकरण अधिकारियों ने उसे मानने से इनकार कर दिया। प्राधिकरण अधिकारियों ने कहा कि यह जमीन राज्य सरकार में निहित है, इस पर अवैध निर्माण कर डुप्लेक्स बनाया जा रहा था।
इसको ध्वस्त करने गए थे, लेकिन कार्रवाई से रोका गया। बता दें कि सलारपुर खादर में नोएडा प्राधिकरण की 24 खसरा नंबरों की जमीन पर 39 डेवलपर्स 62 अवैध बहुमंजिला इमारतों का निर्माण कर रहे है। इस पर नोएडा प्राधिकरण ने सीलिंग की कार्रवाई कर रखी है।
एफआईआर दर्ज करने के लिए थाने में शिकायत दर्ज है। भूमाफिया घोषित करने के लिए फाइल जिला प्रशासन के पास विचाराधीन है। यही नहीं हाल ही में प्राधिकरण सीईओ ने जिलाधिकारी को भूगर्भ दोहन पर कार्रवाई करने व यूपीपीसीएल से बिजली कनेक्शन नहीं देने तक की सिफारिश कर रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।